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प्रकृति की गोद में खूबसूरत जिंदगी का संदेश देने युवाओं ने जिले के अनछुए प्राकृतिक स्थलों का किया फिल्मांकन

जिले के युवाओं ने अपनी मातृभूमि की खूबसूरती को पर्यटन में बदलने की अनूठी पहल की है। जिले की अनटच ब्यूटी और पर्यटन स्थलो को उभारने के मकसद से 1984 में रिलीज हुई फिल्म मशाल का गाना जिंदगी आ रहा हूं मैं… पर जिले के प्राकृतिक स्थलों का युवाओं ने फिल्मांकन किया है।

छतरपुरJun 30, 2024 / 10:44 am

Dharmendra Singh

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जिले की खूबसूरती का किया फिल्मांकन

छतरपुर. आधुनिक दौड़ भाग की जिंदगी में हम प्रकृति से दूर हो गए हैं। ग्लोबल वार्मिंग, अति वृष्टि जैसे दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में जिले के युवा कलाकारों ने प्रकृति के महत्व, खूबसूरती को दर्शाते हुए फिल्मांकन किया है, ताकि प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा मिले और लोग प्रकृति से जुडकऱ जिंदगी की खूबसूरती को महसूस कर रहे। इसलिए जिले के युवाओं ने अपनी मातृभूमि की खूबसूरती को पर्यटन में बदलने की अनूठी पहल की है। जिले की अनटच ब्यूटी और पर्यटन स्थलो को उभारने के मकसद से 1984 में रिलीज हुई फिल्म मशाल का गाना जिंदगी आ रहा हूं मैं… पर जिले के प्राकृतिक स्थलों का युवाओं ने फिल्मांकन किया है।

प्रकृति के बीच ही जिंदगी है


युवा कलाकार ऋषि देव सिंह का कहना है कि मैने जिले की प्राकृतिक खूबसूरती देखी है। जिले के प्राचीन बांध, पन्ना टाइगर रिजर्व के गांव, जंगल की खूबसूरती देखी, जो अनायास ही मन को आक र्षित करती और मन को आनंदित कर देती। हम युवाओं की टीम वीकेंड पर इन स्थानों पर जाते और प्रकृति से जुड़ाव महसूस करते रहे हैं। फिर हमने सोचा क्यों ने इन स्थलों को सभी लोग जाने,देखे , इसलिए हमने उनके फिल्मांकन का निर्णय लिया। छह महीने की मेहनत के बाद हमने फिल्मांकन किया और फिल्मांकन पर जिंदगी मैं आ रहा हूं गाने पर किया, ताकि हम अपने जिले की प्राकृतिक खूबसूरती के जरिए बता सकें, कि प्रकृति से संबंध रखकर ही हमारी जिंदगी है।

जिले की खूबसूरती का किया फिल्मांकन


गाने की मुख्य भूमिका में रूपेश असाटी द्वारा अपनी शानदार कला का प्रदर्शन किया है। रूपेश असाटी प्रकृति व कला के प्रेमी है। गाने को छतरपुर शहर के युवा ऋषि देव सिंह के निर्देशन में शूट किया गया। उन्होंने बताया कि इस गाने को शूट करने का उद्देश्य बुंदेलखंड अनटच ब्यूटी से लोगों को जोडऩा है। साथ ही यहां के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा आज भी बुंदेलखंड में फिल्म के अलावा अन्य क्षेत्रों में अपार संभावनाएं है। उनके द्वारा लगभग 15 गाने अभी तक बुंदेलखंड में शूट किए गए है। गाने के माध्यम से लोग जिले की खुबसूरती को अपनी आंखो में कैद कर पाएंगे। उनका मुख्य उद्देश्य बुन्देली कल्चर को बढ़ावा देने एक रिस्पॉन्सिबल फिल्म बनाने का है। जिससे बुंदेली सिनेमा भी देश में अलग पहचान स्थापित कर पाए।

इन स्थानों पर गाने को किया गया शूट


जिंदगी आ रहा हूं में गाने की शूटिंग जिले के धुबेला, खजुराहो रेलवे, रनगुवां डेम, गंगऊ डेम, बूढ़ा बांध के पास सिद्ध पहाड़ी, किशनगढ़, ग्राम मोतीगढ़, केन नदी एवं पांडवन में की गई है। इनमें से ज्यादातर स्थान ऐसे है, जो प्रकृति की खूबसूरती ले लबरेज है, जिन्हें वीडियो के जरिए युवा पर्यटकों की नजर में लाना चाहते हैं। जिससे जिले में पर्यटन बढ़ सके।

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