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समाचार

युवाओं में हार्ट अटैक के लिए थ्रिफ्टी जीन जिम्मेदार

विश्व हार्ट डे: इलाज से ज्यादा दिल को सुरक्षित रखना जरूरी

भोपालSep 28, 2024 / 11:53 pm

Mahendra Pratap

भोपाल. राजधानी में हार्ट के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक दिल की बीमारी से परेशान हैं। भोपाल के हार्ट विशेषज्ञों का कहना है कि इलाज से ज्यादा बीमारी से सुरक्षित रहने पर ध्यान देने की जरूरत है। जीवन शैली में बदलाव और घर में उपयोग होने वाले तेल को बदल कर हार्ट संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है। पेश है विश्व हार्ट डे पर पत्रिका की विशेष रिपोट…र्
क्या कहते हैं चिकित्सक
मोबाइल से बनाएं दूरी
डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव,मेडिसिन एक्सपर्ट
मोबाइल पर घंटों काम करने से दिल के रोग होने का खतरा बढ़ता है। लंबे समय तक फोन का उपयोग करने पर फिजिकल एक्टिवटी नहीं हो पाती। जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल, वजन बढऩा, समय की बर्बादी से एंग्जायटी व स्ट्रेल समेत अन्य परेशानियां बढ़ती हैं। यह यब दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाने का कार्य करती हैं। मानसिक तनाव और बचपन के बुरे व भयावह अनुभव भी अचानक आने वाले हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं।
एक्स्ट्रा फैट जमा कर रहा जीन
डॉ.दीपक चतुर्वेदी,वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ
युवाओं में अचानक हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह थ्रिफ्टी जीन है। यह आनुवंशिक विशेषता है जो पूर्वजों को अकाल मृत्यु से बचाती थी। जब भोजन की कमी थी, तब यह जीन शरीर को अधिक वसा इक_ा करने में मदद करता था। अब जब भोजन भरपूर है तो यह विपरीत प्रभाव डाल रहा है। यह जीन एक्स्ट्रा फैट जमा कर रहा है। जिससे मोटापा, डायबिटीज और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है।
सप्ताह में पांच दिन योग जरूर करें
डॉ. भूषण शाह,कार्डियोलॉजिस्ट, एम्स
अब मधुमेह, हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल आम बीमारी है। इनके बढऩे पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें। धूम्रपान से दूर रहें। युवाओं में दिल की बीमारी के लिए यह प्रमुख कारण है। सप्ताह में कम से कम पांच दिन योग और एक्सरसाइज जरूर करें। याद रखें गैस का दर्द और लो बीपी जैसी कोई चीज नहीं होती। नियमित दिनचर्या और एक्सरसाइज से यह बीमारी नहीं होती।
मधुमेह और बीपी के मरीज रहें सावधान
डॉ. कुलदीप गुप्ता,कम्युनिटी मेडिसिन एक्सपर्ट
नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की स्क्रीनिंग में राजधानी समेत प्रदेश में हाई बीपी के 18 लाख और मधुमेह के 10.67 लाख मरीज सामने आए हैं। शोध बताते हैं कि मधुमेह से पुरुषों में स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर का जोखिम 44 फीसदी और महिलाओं में यह 31 फीसदी होता है। इसलिए इनसे बचने की जरूरत है।
खान पान में इन बातों का रखें ध्यान

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