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15 दिनों से नहीं हुई बारिश, पीली पडऩे लगी धान की नर्सरी, सब्जियोंं में लाल मकड़ी का प्रकोप

पंप के माध्यम से खेतों में रोपा लगाने लगे किसान

शाहडोलJul 22, 2024 / 12:03 pm

Kamlesh Rajak

पंप के माध्यम से खेतों में रोपा लगाने लगे किसान
शहडोल
. क्षेत्र में बीते 15 दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों को चिंता सताने लगी है। कुछ किसान खेत में बीज डाल चुके हैं, जिन्हें अब बारिश का इंतजार है। पानी न मिलने के कारण धान की नर्सरी पीली पडऩे लगी है। अरहर, सोयाबीन, मक्का व तिल की फसल भी प्रभावित होने लगी है। वहीं जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा है वह किसी तरह अपनी फसल को बचाने में लगे हुए हैं। किसानों की माने तो 2-4 दिन बारिश नहीं हुई तो धूप से फसल जलकर नष्ट हो जाएगी। सिंहपुर क्षेत्र में किसान सोयाबीन की खेती को अधिक प्राथमिकता देते हैं। यहां किसान 15 जून से ही खेती की तैयारी में जुट जाते हैं। जिन किसानों ने पहली बारिश के बाद खेतों में बीज डाल चुके हैं उन्हें बड़ा नुकसान होने की चिंता सता रही है।
इन फसलों को होने लगा नुकसान
किसानों ने बताया कि जून की पहली बारिश के बाद यहां अधिकांश किसान खेतों में बीज डाल चुके थे। इसके साथ ही खरपतवार को नष्ट करने कीटनाशक का छिडक़ाव भी कर दिया था। लेकिन 15 दिनों से बारिश बंद होने से कीटनाशक का प्रभाव सीधे फसल पर पडऩे लगा है। जिससे फसल सूखने की कागार पर पहुंच गई हैं। पानी के अभाव में धान, सोयाबीन, अरहर, उड़द, मक्का व तिल की फसल को नुकसान होगा।
सब्जियों को भी खतरा
बारिश के अभाव में सब्जी की खेती को भी नुकसान पहुंचने का खतरा बना हुआ है। किसानों का कहना है कि सिंचाई की सुविधा होने के बाद भी कुदरती पानी की आवश्यता होती है। बारिश के पानी सब्जी में लगने वाली बीमारी नष्ट हो जाती है। वर्तमान में जिस तरह से तेज धूप के साथ उमस भरी गर्मी पड़ रही है, एसे में लाल मकड़ी सब्जी की फसल को प्रभावित करती है। जिसका प्रकोप शुरू भी हो गया है।
ग्राम पठरा के किसान दीपक ङ्क्षसह राजपूत ने बताया कि उसने छह एकड़ में सायोबीन, अरहर व उड़द की बोनी की हैं। बारिश के बाद जून के लास्ट में खेतों में बीच डाल दिया था। लेकिन अचानक एक पखवाड़ा से बारिश नहीं होने से फसल को नुकसान होने लगा है।
ग्राम कठौतिया के किसान रजना पटेल ने बताया कि उसने सात एकड़ में सोयाबीन की फसल लगाई हैं व साढ़े पांच एकड़ खेत में धान की फसल लगाने की तैयारी में हैं। सिंचाई का साधन न होने से बारिश का इंतजार है, रोपा भी सूखकर पीला पडऩें लगा है।
किसान लालू पटेल ग्राम कठौतिया ने बताया कि बारिश न होने से धान का रोपा सूखने लगा था, जिसे बचाने केे लिए पानी डालकर तैयार किया। इसके बाद रविवार को पंप लगाकर करीब 6 एकड़ खेत में धान की रोपाई कराई गई। किसान ने बताया कि क्षेत्र में अन्य किसान भी काफी परेशान हंै।
किसान संघ के जिला अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने बताया कि किसान खेत तैयार कर बारिश का इंतजार कर रहे हैं। जिन किसानों ने धान की बोवनी कर दी थी वह पीले पडऩे लगे हैं, बारिश की वजह से खेती पिछड़ेगी। जिनके पास पानी का साधन हैं उन्होंने धान की रोपाई शुरू कर दी हैं।

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