इन मार्गो को बनाया प्रयोगशाला
आरयूआईडीपी ने पुरानी आबादी सब्जी मंडी के पास एरिया को प्रयोगशाला बना दिया है। यहां पाइपलाइन डालने के लिए सड़क खोदी और इसे दुबारा मरमत करना भूल गए। यह सड़क कोड़ा चौक से भरतनगर तक जाती है। इस पर काफी वाहन रोजाना आवाजाही करते हैं, लेकिन पिछले दस दिनों से यह पूरा मार्ग बंद हो चुका है। पुरानी आबादी के अधिकांश वार्डों के लोग इस मार्ग के अवरुद्ध होने पर अपने एरिया के पार्षद को कोस रहे हैं। इस मुख्य रोड को ठेका कंपनी ने प्रयोगशाला बना दिया है। वाटर लाइन को दुरुस्त करने के नाम पर इस रोड को खोदा जा चुका है। दुकानदारों का कामकाज ठप हो गया है।
पूर्व सभापति एरिया में लगे मिट्टी के ढेर
विनोबा बस्ती में नगर परिषद की पूर्व सभापति करुणा चांडक के आवास और ऑफिस के पास तीन गलियों में खोदी गई सड़कों के कारण यह एरिया अब नो एंट्री बन गया है। मिट्टी के ढेर लगने के बावजूद इसे दुरुस्त नहीं किया गया है। इस एरिया में आरयूआईडीपी ने वाटर लाइन और सीवर लाइन दोनों को एक साथ बिछाने की मुहिम चलाई है। प्री मानूसन होने के आसार जिला प्रशासन ने दिए हैं, लेकिन आरयूआईडीपी ने इसके बावजूद गंभीरता से नहीं लिया है। महज सात दिन में काम पूरा करने वाली ठेका कंपनी के कारीगर इसे एरिया में अब तक महज चालीस से पचास प्रतिशत काम होने की बात कहने लगे हैं। यह खुदाई पिछले दो सप्ताह से हो रही है।
खोद डाला गणगौरनगर एरिया
विनोबा बस्ती से सटे गणगौर नगर क्षेत्र में सीवरेज चेबर व पाइपलाइन डालने के लिए सड़क के बीचों बीच नहर जैसी खुदाई करके छोड़ दी गई हैं। यहां पैदल भी लोग आवाजाही को तरस रहे हैं। मोहल्लेवासियों का कहना है कि बरसात की संभावना बार बार मौसम विभाग कर रहा है, ऐसे में यदि वर्ष 2022 जैसी बरसात आई तो अधिकांश मकानों डूबने की कगार पर पहुंच जाएंगे। इस एरिया में अब ठेका कंपनी के कारीगर गिनती के आते हैं। पूरा एरिया की एक साथ सड़कों को तोडने को लेकर लोगों में नाराजगी ज्यादा हैं।
जहां देखो वहां लीकेज
आरयूआईडीपी के लिए वाटर लाइन में बार बार लीकेज अब गलफांस बन गए हैं। इन लीकेज को ढूंढने के लिए इस नोडल एजेंसी की ठेका कंपनी एलएंडटी कंपनी के कारीगरों को अब तक रूट तक पता नहीं हैं। एसडी कॉलेज के सामने सीवर चैबर से पानी लगातार बहता रहा तो दुकानदार ने नगर परिषद या ठेका कंपनी की बजाय सीधे जिला कलक्टर को शिकायत की। चंद मिनटों के बाद ठेका कंपनी के कारगीरों ने आकर इस लीकेज को बंद किया। इधर, जवाहरनगर सैक्टर सात में दो जगह पानी पाइप लाइन में लीकेज आया तो सड़कों को खोद दिया गया है, लेकिन दस दिनों के बाद इसे दुरुस्त भी किया।