दरअसल, कोटा शहर में शनिवार सुबह नौ बजे से ही सूरज की तल्खी अखरने लगी, लेकिन तेज हवा चलती रही। दोपहर में जोरदार तपन रही। धरा तवे सी तपती रही। भीषण गर्मी ने जीना मुहाल कर दिया। दोपहर में तो एक मिनट भी धूप में खड़ा होना परीक्षा से कम नहीं था। इससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।
आमजन ही नहीं पशु-पक्षी भी बेहाल रहे। गर्मी से कूलर-पंखे फेल हो गए। लोग पसीने से तरबतर रहे। जरूरत होने पर ही घर और दफ्तर से बाहर निकले। सांझ ढलने के बाद गर्मी से कुछ राहत मिली। शाम को पार्कों में रौनक रही। शाम ढलने के बाद वापस तेज हवा चली।अधिकतम घटा, लेकिन न्यूनतम चढ़ा
कोटा शहर में दिन के साथ रातें भी तप रही हैं। अधिकतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 3 डिग्री उछलकर 27 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। हवा की रफ्तार 13 किमी प्रति घंटे की रही। मौसम केन्द्र के अनुसार, प्रदेश में एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभावी होने से 21 व 22 अप्रेल को बादल छाए रहेंगे। तेज हवा का दौर जारी रहेगा।पारा 41 पर, दुपहरी तपी
झालावाड़ जिले में गर्मी अब लगातार अपना असर दिखा रही है। शनिवार को पिछले कई दिनों बाद अधिकतम तापमान 41 डिग्री पर जा पहुंची। इसका असर यह हुआ कि दोपहर में जोरदार तपन रही। हालांकि बीच-बीच में तेज हवा चलने व बादल छाए रहने से गर्मी का अहसास कम हुआ। न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा। बारां व बूंदी में भी तेज गर्मी का असर रहा।