कस्बे में पिछले करीब एक माह से आ रहे वायरल व टाइफाइड बुखार के मामलों को लेकर नगर सुधार समिति के आह्वान पर लोगों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम श्योराम को सौंपकर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति व बुखार की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की। आंदोलन की अगुवाई कर रहे पूर्व पालिकाध्यक्ष जुगल किशोर, ललित गहलोत, छोटूराम निमल, जिला परिषद सदस्य दुलाराम इंदलिया, हैप्पी शर्मा, मुकेश मोहनपुरिया, बलकरण सिंह बराड़ व रविंद्र रस्सेवट आदि ने एसडीएम को कहा कि दूषित पानी यहां की मुख्य समस्या है। दशकों से यहां के वाटरवक्र्स की डिग्गियों की सफाई नहीं हुई। डिग्गियों में मृत जानवर मिलना सामान्य बात है। पिछले करीब एक माह से यहां की जनता टाइफाइड व वायरल बुखार का दंश झेल रही है। हालात ये है कि करीब 500 की ओपीडी वाली स्थानीय सीएचसी पर अधिकांश मरीज बुखार पीडि़त आ रहे हैं। आक्रोशित नागरिकों ने कहा कि कच्ची बस्तियों में लोगों के घरों में फिल्टर तक नहीं हैं। ऐसे में यह रोग बड़ी समस्या बन सकता है। ऐसे में शहर को महफूज रखने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता है। मामले में जल्द कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।