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उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन पर नगर निगम को मिला अवाॅर्ड

दो माह तक स्टडी व परीक्षण के बाद सीएजी ने किया सम्मानित सागर. राजकोट में गुरुवार को हुए नव स्थापित अंतरराष्ट्रीय स्थानीय लेखा परीक्षा केंद्र का उद्घाटन महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू ने किया। इस दौरान देश के अलग-अलग राज्यों के नगरीय निकायों के अधिकारी शामिल हुए। वित्तीय मैनेजमेंट कैटेगरी में सीएजी ने (नियंत्रक एवं […]

सागरJul 19, 2024 / 01:19 am

नितिन सदाफल

उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन पर नगर निगम को मिला अवाॅर्ड

दो माह तक स्टडी व परीक्षण के बाद सीएजी ने किया सम्मानित
सागर. राजकोट में गुरुवार को हुए नव स्थापित अंतरराष्ट्रीय स्थानीय लेखा परीक्षा केंद्र का उद्घाटन महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू ने किया। इस दौरान देश के अलग-अलग राज्यों के नगरीय निकायों के अधिकारी शामिल हुए। वित्तीय मैनेजमेंट कैटेगरी में सीएजी ने (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) सागर नगर निगम को अवाॅर्ड से सम्मानित किया। निगम ने यहां मप्र का प्रतिनिधित्व किया।
समारोह में सागर नगर निगम की प्रतिनिधि उपायुक्त वित्त हेमलता पटेल शामिल हुईं। हेमलता पटेल ने निकाय की सफलता की कहानियों को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। प्रस्तुतीकरण के बाद भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू ने हेमलता पटेल को ऑडिट व वित्तीय नियम व नए एनोवेशन, नगरीय निकाय के खर्चे कम करने और राजस्व बढ़ाने पर केस स्टडी करने के निर्देश दिए। जिसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर रखा जाएगा।
निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने इस उपलब्धि के लिए उपायुक्त हेमलता पटेल को शुभकामनाएं दीं। बताया कि सीएजी संस्था के तत्वावधान में स्थानीय शासन संस्थानों की लेखा परीक्षा के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र राजकोट गुजरात में स्थापित किया गया है। यह केंद्र राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के स्थानीय शासन संस्थाओं के ऑडिट व क्षमता निर्माण के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
1600 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रबंधन देखा

दो माह तक सीएजी ने सागर नगर निगम के विगत वित्तीय वर्ष के 1600 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रबंधन का रिकॉर्ड एनालिसिस किया। रिकॉर्ड अपडेट, एकाउंट का डेटा पैरामीटर अनुसार होने पर निगम को सम्मानित किया गया। प्रदेश में सागर एकमात्र नगर निगम रहा जिसे इस कैटेगरी में सम्मानित किया गया।
मंच से राजस्व बढ़ाने की बताई रूपरेखा

निगम की वित्त उपायुक्त हेमलता पटेल ने बताया कि निगम की भूमि को डेवलप कर राजस्व बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मेनपानी, कनेरादेव, अमावनी, ट्रांसपोर्ट नगर में हमने अपनी जगह का उपयोग किया। सीवरेज सिस्टम, टाटा के नल कनेक्शन के बाद उनसे भी राजस्व आएगा। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन पर चार्ज करें। शहर से निकलने वाले कचरा से स्व सहायता समूह की महिलाएं द्वारा उपयोगी सामग्री बनाई जाएगी। जिससे महिलाएं सशक्त बनेंगी। अपनी भूमि पर दुकानें व मार्केट डेवलप कर रहे हैं। आने वाले वित्तीय वर्ष में 51 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व आएगा।

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