राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा ने बताया कि यह अवधारणा मूल रूप से 2011 में बेंगलूरु में शुरू की गई थी। इसके तहत गांधीनगर, बसवनगुडी, जयनगर, शिवाजीनगर और राजाजीनगर जिला पंजीकरण कार्यालयों के अंतर्गत किसी भी उप-पंजीयक कार्यालय में संपत्ति पंजीकरण की अनुमति दी गई थी। यह प्रणाली इन क्षेत्रों में कारगर साबित हुई है। इसके आधार पर अब इस योजना का विस्तार राज्य भर में किया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में पंजीकरण एवं स्टाम्प विभाग को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बेलगावी और तुमकूरु में पायलट कार्यान्वयन उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों में दस्तावेज प्रकार, पंजीकरण संख्या, संपत्ति प्रकार और मूल्यों में भिन्नता को देखते हुए, बेलगावी और तुमकूरु को पायलट चरण के लिए चुना गया। दो महीने से अधिक समय तक चलाए गए इस चरण ने बिना किसी बड़ी समस्या के सिस्टम की सफलता की पुष्टि की। मूल्यांकन के तीसरे चरण के बाद, राज्य के सभी पंजीकरण जिलों में इस प्रणाली को लागू कर रहे हैं।
ऐसे मिलेगी राहत वर्तमान व्यवस्था के तहत, संपत्ति पंजीकरण विशिष्ट उप-पंजीयक कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में ही होना चाहिए। संबंधित कार्यालय से किसी भी तरह के असहयोग, आपत्ति या देरी के कारण पंजीकरण में देरी होती थी। ‘कहीं भी पंजीकरण’ प्रणाली जनता को कई कार्यालय विकल्प प्रदान करेगी, जिससे किसी एक कार्यालय पर निर्भरता कम होगी। ‘कहीं भी पंजीकरण’ प्रणाली को पूरे राज्य में धीरे-धीरे लागू किया जाएगा। इस पहल से जनता को समय और धन की बचत होगी, अनावश्यक देरी कम होगी और उप-पंजीयक कार्यालयों के बीच कार्यभार समान रूप से वितरित होगा।
स्वागत योग्य बदलाव प्रॉपर्टी डीलरों से लेकर आम जनता ने ‘कहीं भी पंजीकरण’ प्रणाली को स्वागत योग्य बदलाव बताया है। प्रॉपर्टी डीलर मधु ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया बोझिल और समय लेने वाली होती है। एक विशिष्ट उप-पंजीयक कार्यालय से बंधे होने का मतलब है घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहना। उप-पंजीयक कार्यालयों में लोगों को लंबी कतारों का भी सामना करना पड़ता है। प्रशासनिक समस्या हो तो अप्रत्याशित देरी होती है। यह नई प्रणाली प्रक्रिया को काफी सरल बनाएगी और लोग अपने जिले के किसी भी नजदीकी या सुविधाजनक कार्यालय में अपनी संपत्ति पंजीकृत कर सकेंगे। अपने शेड्यूल के अनुरूप कार्यालय चुनने की लचीलापन से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि संपत्ति पंजीकरण से जुड़े तनाव और असुविधा में भी कमी आएगी।