शासन के वेब जीआई एस पोर्टल पर नाम अपडेट नहीं होने से डायवर्सन की अटकी प्रक्रिया, शिकायत के बाद भी नहीं हो रहा सुधार शासन के रिकार्ड पर पूर्व निमाड़ का नाम परिवर्तन हुए 20 साल से ज्यादा हो गए। लेकिन आज भी आयुक्त लेखा एवं कोष के रिकार्ड पर खंडवा का नाम पूर्व निमाड़ दर्ज है। इससे ऑनलाइन होने वाली प्रकिया प्रभावित हो रहीं हैं। इसका असर भूमि डायवर्सन के ऑनलाइन चालान जमा करने में आ रहा है। पोर्टल पर नाम अपडेट नहीं होने से ट्रेजरी के वेब जीआई एस पोर्टल पर डायवर्सन की फीस जमा नहीं हो पा रही है। इससे सैकड़ों भू-स्वामी डेढ़ माह से तहसीलों का चक्कर काट रहे। पोर्टल पर खंडवा और खरगोन जिले का नाम अपडेट नहीं होने से डायवर्सन की फीस ऑनलाइन सबमिट नहीं हो रही है। विभागीय अधिकारी भू-स्वामियों को समस्या जल्द दूर होने का आश्वासन दे रहे हैं।
मैन्युअल चालान पर प्रतिबंध चालू वित्तीय वर्ष में आयुक्त लेखा एवं कोष ने मैन्युअल चालान पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब सभी तरह के शासकीय चालान ऑनलाइन जमा हो रहे हैं। ट्रेजरी में डायवर्सन के चालान जमा करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। इसकी सूचना पर ट्रेजरी में जांच की गई तो पता चला कि भू-अभिलेख और आयुक्त लेखा एवं कोष के रिकार्ड में जिले का नाम अलग-अलग दर्ज है। भू-अभिलख राजस्व के रिकॉर्ड में खंडवा दर्ज है और आयुक्त लेखा एवं कोष के रिकार्ड में पूर्व निर्माण दर्ज है। इससे ऑनलाइन प्रक्रिया मैच नहीं होने से निरस्त हो जा रही है। डायवर्सन कराने वाले भू-स्वामी करीब डेढ़ माह से परेशान हैं। ज्यादातर लोग कृषि लैंड को आवासीय में परिवर्तन कराने निर्धारित शुल्क का चालान जमा करने ट्रेजरी से लेकर तहसील कार्यालय में भटक रहे हैं। इसके बाद भी समस्या दूर नहीं हो रही है। अधिकारी आश्वासन दे रहे हैं।
खरगोन में भी डायवर्सन की प्रक्रिया प्रभावित खरगोन जिले का नाम पहले पश्चिम निमाड़ था। बड़वानी से अलग से होने के बाद खरगोन नाम रखा गया। आयुक्त लेखा एवं कोष के रिकार्ड में पश्चिम निमाड़ दर्ज होने के कारण ऑनलाइन प्रक्रिया में दिक्कत आ रही है। वर्तमान समय में राजस्व भू-अभिलेख और आयुक्त लेखा के रिकार्ड में जिले के नाम दूसरा दर्ज होने के कारण मिस मैच हो रहा है। इससे डायवर्सन के प्रकरण प्रभावित हो रहे हैं।
वर्जन— विभाग को पत्र लिखा गया है। समस्या जल्द दूर हो जाएगी। वेब जीआई एस पोर्टल पर जिले का नाम अपडेट करने की प्रक्रिया चल रही है। एक दो दिन में
प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बजरंग बहादुर सिंह, एसडीएम