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अवैध सिगरेट का व्यापार 3020 करोड़ के पार पहुंचा

यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल 2023 की रिपोर्ट

जयपुरSep 04, 2024 / 11:25 pm

Jagmohan Sharma

यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल 2023 की रिपोर्ट

जयपुर. यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल 2023 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में अवैध सिगरेट का व्यापार 2022 में 3020 करोड़ तक पहुंच गया था, जो केवल चीन और ब्राजील से पीछे था। रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार को 2022 में अवैध तम्बाकू के कारोबार की वजह से 13,331 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था, जो 2012 में 6,240 करोड़ रुपए के मुकाबले 46 प्रतिशत ज्यादा था। इस स्वतंत्रता दिवस पर, फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल (पीएमआई) के भारत सहयोगी, आईपीएम इंडिया ने भारत के आर्थिक हितों और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए तंबाकू के अवैध व्यापार को रोकने की अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। तंबाकू का अवैध व्यापार पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती और खतरा है। भारत में पिछले सालों में तंबाकू के अवैध व्यापार में काफी वृद्धि दर्ज हुई है, जो समय के साथ बढ़ती चली जा रही है। 2022 के फिक्की कैस्केड अध्ययन के अनुसार भारत में गैरकानूनी सिगरेट का बाजार ₹22,930 करोड़ होने का अनुमान है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार को 2022 में अवैध तम्बाकू के कारोबार की वजह से 13,331 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जो 2012 में 6,240 करोड़ रुपये के मुकाबले 46 प्रतिशत ज्यादा था। टोबैको इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (TII) के अनुसार, भारत में सिगरेट का एक-चौथाई व्यापार गैरकानूनी रूप से होता है, जिसमें विदेशों से तस्करी करके लाए गए और टैक्स चोरी करके स्थानीय स्तर पर निर्मित सिगरेट शामिल हैं। हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023-2024 में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कई भारतीय शहरों से गैरकानूनी सिगरेट जब्त किए।
आईपीएम इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, नवनील कर ने कहा, हम लंबे समय से अवैध व्यापार को खत्म करने पर केंद्रित हैं। यह ऑपरेशनल एक्सीलेंस लाने और एक सस्टेनेबल भविष्य बनाने के हमारे प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विश्व में अवैध व्यापार रोकने के लिए पीएमआई की रणनीति 5 महत्वपूर्ण क्षेत्रों – अनुसंधान और खुफिया जानकारी, आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा, साझेदारी, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग और जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है।

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