इस खसरा भूमि पर बनेगा पंपिंग स्टेशन करमीसर क्षेत्र में खसरा नंबर 88/60/7 की भूमि पर सीवरेज पंपिंग स्टेशन का निर्माण होगा। इस खसरे की 50 गुणा 50 मीटर जमीन पर पंपिंग स्टेशन बनेगा। इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति हो चुकी है। इस खसरे में किस स्थान पर पंपिंग स्टेशन बनेगा, इसके लिए मौके पर निशानदेही कर कब्जा निगम को दिया जाना है।
न्यास के नाम जमीन दर्ज करमीसर क्षेत्र में जिस भूमि पर सीवरेज पंपिंग स्टेशन का निर्माण होना है। वहीं जमीन नगर विकास न्यास के नाम पर दर्ज है। आयुक्त नगर निगम भूमि की निशानदेही व कब्जा सुपुर्द करने को लेकर सचिव नगर विकास न्यास को दिसंबर में पत्र लिख चुके हैं। वहीं न्यास सचिव की ओर से भी 7 जून को तहसीलदार (राजस्व) को पत्र लिखा जा चुका है। इस पत्र में भूमि की पैमाईश करवाकर भूमि का कब्जा नगर निगम के प्रतिनिधि को सुपुर्द करवाने की बात कही गई। वहीं पटवारी करमीसर की ओर से तहसीलदार (राजस्व) को दी गई रिपोर्ट में बताया है कि वर्णित खसरा 88/60/7 बीघा 73.13 मुताबिक राजस्व रेकॉर्ड ग्राम करमीसर नगर विकास न्यास के नाम दर्ज है। मौके पर पानी की टंकी व आस पास आबादी बसी है। इस खसरे की पैमाइश राजस्व टीम व न्यास की संयुक्त टी का गठन कर किया जाने की बात पत्र में कही है।
265 करोड़ के होरहे कार्य अमृत योजना 2.0 के तहत नगर निगम क्षेत्र में 265 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज कार्य चल रहे हैं। इनमें नई सीवर लाइने डालने के साथ-साथ करमीसर में सीवरेज पंपिंग स्टेशन का निर्माण होगा। पब्लिक पार्क पंपिंग स्टेशन में एसटीपी व एसीपीस भी बनेगा। दोनों विधानसभा क्षेत्रों में प्रोजेक्ट के तहत कार्य चल रहा है। सड़कों को कम से कम नुकसान पहुंचाए पाइप बर्स्टिंग पद्धति से भी सीवर लाइन का कार्य हो रहा है।
भूमि मिलते ही शुरू होगा कार्य सीवरेज प्रोजेक्ट की फर्म टेक्नो क्राफ्ट प्रा.लि. के प्रोजेक्ट मैनेजर समीर सैंगर के अनुसार करमीसर क्षेत्र में प्रोजेक्ट के तहत वर्तमान में सीवर लाइने, सीवर चैंबर का कार्य चल रहा है। सीवरेज पंपिंग स्टेशन के लिए जैसे ही भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी, एसपीएस का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। क्षेत्र में प्रोजेक्ट के तहत सीवर लाइने, चैंबर, एसपीएस का कार्य होना है।
जमीन की अब होगी निशानदेही करमीसर क्षेत्र में साढ़े छह एम एल डी क्षमता का सीवरेज पंपिंग स्टेशन बनेगा। एसपीएस के लिए भूमि का खसरा तय हो गया है। इस खसरे में जिस स्थान पर एसपीएस बनेगा उसकी निशानदेही व कब्जा सुपुर्दगी अब होनी है। जमीन अलॉट होते ही एसपीएस की डिजाइन, ड्राईंग की कार्यवाही की जाएगी। सीवर लाइनों का कार्य चल रहा है।
– संजय ठोलिया, अधिशासी अभियंता,नगर निगम, बीकानेर।