उधगमंडलम में 29 अप्रेल 1986 को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा था। दरअसल, ऊटी के अलावा पलक्कड़ और तमिलनाडु के अन्य ठंडे इलाके भी इस गर्मी में झुलस रहे हैं। ऐसा लगता है कि इसका असर ऊटी पर भी पड़ा है। हालांकि, एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के बाद भी बढ़ते तापमान के कारण, रिसॉट्र्स और होटलों की मांग कम हो रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर आंतरिक तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गई है और तीन मई तक के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है। ईरोड जिले में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि चेन्नई में तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस रहा। कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। गर्मी के दिनों में तपती गर्मी से राहत पाने के लिए ऊटी आने वाले पर्यटक यहां पड़ती गर्मी से हैरान हो गए हैं। एक रिसॉर्ट के प्रबंधक बालाजी ने कहा, रात में तापमान ठंडा था, जिससे हमारे मेहमानों को थोड़ी राहत जरूर मिली।