सुरक्षा व जागरुकता बचाएगी
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मोहनलाल गोस्वामी ने कहा कि मोबाइल फोन व इंटरनेट आज बेहद जरूरी है। किन्तु यह सुविधा अब दुविधा का कारण बनती जा रही है। इसके बावजूद हमको साइबर सुरक्षा के प्रति सचेत होना होगा। क्योंकि उक्त उपकरण का हम इस्तेमाल बंद नहीं कर सकते। सुरक्षा व जागरुकता हमको बचाएगी।
साइबर सुरक्षा का प्रयास
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ वाहे गुरु सिंह ने कहा कि हनुमानगढ़ पुलिस की साइबर सैल निरंतर साइबर सुरक्षा को लेकर प्रयास कर रही है। इसके लिए साइबर टोल नाका कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत शिक्षण संस्थाओं आदि में जाकर साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। साथ ही साइबर वॉलिंटियर साइबर योद्धा बनाकर उनको व्हाट्सएप गु्रप से जोड़ते हैं। उस ग्रुप में निरंतर साइबर सुरक्षा से संबंधी जानकारी वगैरह भेजते हैं ताकि वे जागरुकता का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करे। यह सिखाए साइबर सुरक्षा के सबक
- यदि जरूरी ना हो तो मोबाइल फोन में अपनी लोकेशन ऑन नहीं रखनी चाहिए।
- मोबाइल फोन का डाटा रात्रि के समय अवश्य बंद कर दे।
- दिन में भी दो-तीन मोबाइल फोन का इंटरनेट ऑन-ऑफ किया जाए।
- अज्ञात नम्बर से आई व्हाट्सएप कॉल असेप्ट करने से बचना चाहिए।
- मोबाइल फोन कॉल पर किसी के भी कहने पर कोई एप, एनीडेस्क एप वगैरह डाउनलोड ना करें।
- अपनी ई-मेल आईडी की सुरक्षा के लिए टू टाइप ऑफ वेरिफिकेशन सिस्टम चालू रखा जाए।
- ई-मेल आईडी का रिकवरी मेल या फोन नम्बर कोई दूसरा रखा जाए। सेम फोन नम्बर या सेम ई-मेल आईडी कभी नहीं रखनी चाहिए ताकि जरूरत पडऩे पर डाटा पासवर्ड चेंज कर सेव किया जा सके।
- पैसों के लेन-देन संबंधी फोन पे या किसी अन्य एप का फोरगेट पासवर्ड ओटीपी नम्बर सेम मोबाइल फोन पर नहीं रखा जाए।