लोगों का कहना है कि इस मामले को लेकर निर्वाचित प्रतिनिधियों और वाणी विलास वाटर वक्र्स अधिकारियों से कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है।ऐसे में निवासियों को मजबूरन निजी टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। लोग अपने टैंक तीन दिन में एक बार भरवा रहे हैं। इसके लिए टैंकर वाले 400 रुपए लेते हैं। लोगों को हर माह 4000 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।
इसके अलावा, निवासियों को एक और समस्या का सामना करना पड़ रहा है। स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण पूरा इलाका अंधेरे में डूबा रहता है। करदाता निवासी इस बात से नाराज हैं कि एमयूडीए द्वारा स्वीकृत लेआउट होने के बावजूद, इलाके में नागरिक सुविधाओं का अभाव है। लोगों ने अधिकारियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है।