कल्लकुरिची जिला कलक्टर एम.एस. प्रशांत ने कहा कि अस्पताल में भर्ती लोगों का इलाज चल रहा है और 30 लोगों की हालत गंभीर है। इलाज के बाद लोगों की हालत बेहतर हो रही है। एक सुखद खबर यह है कि बीमार हुए लोगों में से तीन लोग ठीक हो गए हैं। इस बीच जहरीली शराब त्रासदी में गिरफ्तार सभी चार लोगों को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में गुरुवार तक मृत लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। उन्होंने शवों का दफना दिया है या तो अंतिम संस्कार कर दिया है।
नकली शराब पीने से कुल 165 लोगों की हालत बिगड़ गई थी। हालत बिगड़ने के बाद नकली शराब ब्रिकी का मामला उजागर हुआ था। एक साथ जिले भर में कई लोगों की देशी शराब पीने से तबीयत बिगड़ी तो उन्हें शहर के जेआईपीएमईएआर, सेलम और मुंडियाबाक्कम सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 118 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पताल में दवाओं एवं तमाम तरह की मेडिकल व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का निर्देश भी प्रशासन की ओर से दिया गया है।
जहरीली शराब के खिलाफ चल रहा अभियान
कल्लकुरिची और आसपास चल रहे जहरीली शराब के निर्माण और बिक्री के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन के मुताबिक जहरीली शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान के लिए टीम गठित कर दी गई है। जंगलों से लेकर गांव की बस्तियों तक में टीमों को भेजा गया है। प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि जिन लोगों ने भी देशी शराब पी है तो वे खुद ही अपना चेकअप करा लें ताकि आने वाले खतरे को टाला जा सके। प्रशांत ने बताया कि प्रशासन के पास अवैध देशी शराब पीने से बीमार हुए लोगों का इलाज करने के लिए दवाओं का पर्याप्त भंडार है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में करुणापुरम में प्रभावित लोगों की संख्या जानने के लिए घर-घर जाकर गणना भी की जा रही है।