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घर का ताला तोडकऱ चचेरी बहन ने जमाया कब्जा

सडक़ तक पहुंचा पारिवारिक विवाद, मौके जमा हुआ हुजूम

बालाघाटSep 25, 2024 / 02:34 pm

mukesh yadav

सडक़ तक पहुंचा पारिवारिक विवाद, मौके जमा हुआ हुजूम

सडक़ तक पहुंचा पारिवारिक विवाद, मौके जमा हुआ हुजूम

बालाघाट. पूर्व विधायक अशोक सिंह सरस्वार और उनके पुत्र वर्तमान जिपं अध्यक्ष सम्राट सिंह सरस्वार के घर मंगलवार को हाई प्रोफाइल ड्रामा सामने आया। परिवार का जमीन जायदाज का विवाद सडक़ तक आ गया। जानकारी आग की तरफ फैलते ही जिला मुख्यालय के अलावा लालबर्रा और आस पास के क्षेत्रों से भी लोग मौके पर पहुंच गए थे। सभी आखिर माजरा क्या है जानने उत्सुक नजर आए। मौके पर भारी हुजूम जमा हो गया था। कोई अप्रिय स्थिति न हो इसलिए मौके पुलिस बल तैनात करना पड़ा। दोपहर बाद सम्राट सरस्वार नागपुर से लौटे इसके बाद दोनों पक्षों ने पुलिस में मामला देकर जांच व कार्रवाई की मांग की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरा मामला शहर के गोंदिया रोड आजाद चौक स्थित मकान में मालिकाना हक को लेकर पिछले कई वर्षो से चला आ रहा है। पूर्व में भी इस तरह का विवाद सामने आ चुका है। लेकिन पुलिस व प्रशासन ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत करवा दिया था। मंगलवार को फिर इसी तरह का घटनाक्रम सामने आया।
यह है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त भवन के कब्जा को लेकर पूर्व विधायक अशोकसिंह सरसवार व उनके भाई विनय सरसवार के बीच विवाद चल रहा है। विनय सरसवार की सुपुत्री डाली सिंह चौहान का दावा है कि उनके पिता विनय सरसवार का यह मकान है। जो उन्होंने अपने बड़े भाई अशोक सिंह सरसवार को कुछ दिनों साथ में रहने दिया था। वे करीब वर्ष 2016 तक साथ में रहे हैं, उसके बाद विनय सरस्वार अपने परिवार के साथ बाहर चले गए थे। लेकिन बाद में उनके बड़े पिता अशोक सरसवार और उनके पुत्र सम्राट बदल गए और उक्त मकान पर अपना पूरा कब्जा जमा लिया है। इस मकान को खाली करने के लिए हम दो-तीन बार यहां पहुंचे। लेकिन चचेरे भाई जो वर्तमान में जिपं अध्यक्ष सम्राट सिंह ने आवास खाली नहीं किया और धमकी दी जा रही है। यह विवाद दोनों भाईयों के बीच 2016-17 से चल रहा है। यह प्रकरण न्यायालय में भी चला हैं।
सूने मकान में किया गया कब्जा
जिपं अध्यक्ष सम्राट सिंह सरसवार ने कहा कि मुझे 2-3 दिन पूर्व अचानक अटैक आने पर बालाघाट के डॉक्टर के पास उपचार के लिए जाने पर नागपुर रेफर किया गया। वे नागपुर में एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। घर में कोई भी सदस्य नहीं था। सुबह करीब 7.30 बजे फोन से सूचना मिली। मै अपनी रिस्क पर अस्पताल में डिस्चार्ज लेकर बालाघाट पहुंचा हॅू। उन्होंने बताया कि ये प्रापर्टी का विवाद है। मेरे चाचा व चचेरी बहन इस प्रापर्टी विवाद को लेकर एसडीएम व हाई कोर्ट से भी केश हार चुके हंै। उन्हें न्यायालय में जाना था। लेकिन वे गलत तरीके से हमारे सूने पन में मकान का ताला तोडकऱ प्रवेश किया है। इसकी शिकायत एसपी से की गई है।
वर्सन
यह मकान दानवीर राणा हनुमान सिंह ने मेरे पिता विनय सरसवार को दिया था। पहले हम सभी साथ रहा करते थे। चुनाव के समय में कुछ समय के लिए मेरे पिता ने उन्हें मकान रहने के लिए दिया था। लेकिन उन्होंने कब्जा जमा लिया। आज हमने प्रशासन की मदद से अपने घर में प्रवेश किया इसके दस्तावेज भी हमारे पास मौजूद है।
डाली सिंह चौहान, चचेरी बहन
मेरे घर में करीब 55 से 57 तोला सोना था और नकदी करीब 17 से 20 लाख की राशि थी। संपत्ति के ओरीजनल दस्तावेज भी थे। हमारी गैर मौजूदगी में घर में ताला तोडकऱ प्रवेश करना अपराध है। इस तरह के कृत्य से मेरे मान सम्मान को भी ठेस पहुंची है। मामले की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई किया जाए।
सम्राट सिंह सरसवार, जिपं अध्यक्ष
जिपं अध्यक्ष पक्ष की शिकायत मिलने पर दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज किया जा रहा है। इस तरह से किसी के घर का ताला तोडकऱ प्रवेश नहीं किया जा सकता है। वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
नागेन्द्र सिंह, एसपी बालाघाट

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