मारपीट के बाद भट्टे में फैंके गए मैनेजर की लाश पूरी तरह से जलकर राख हो चुकी है। भट्टे की आग बुझाए जाने के बाद पुलिस के हाथ शव के कुछ अंश ही लग सके हैं। भट्टे की आग बुझाने के लिए पुलिस को फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियां बुलवानी पड़ीं। आग बुझने के बाद शव को बाहर निकाला जा सका।
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इस तरह हुई घटना
कुठला थाना इलाके के ग्राम कछगवां में सिमकों कंपनी के चूना भट्टे में समीपवर्ती ग्राम मुडेहरा में रहने वाले 55 वर्षीय शम्मू विश्वकर्मा पिता सुंदर लाल विश्वकर्मा मैनेजर तौर पर कार्यरत था। कुछ अज्ञात लोगों बीती 19 और 20 जून की दरमियानी रात मारपीट करते हुए उसे जिंदा चूना भट्ठे में आग के शोलों के बीच फेंक दिया। भट्टे में फेक जाने के कारण शम्मु की बॉडी पूरी तरह से जलकर राख हो गई। भट्टे से जब उसके शव के अवशेष बाहर निकाला गया तो उसके जरिए शिनाक्स कर पाना असंभव था।कई वर्षों से यहां काम कर रहा था मैनेजर
बताया जा रहा है कि मृतक मैनेजर पिछले 20 साल से सिमको कंपनी में काम कर रहा था। जिस भट्ठे में मैनेजर की लाश के अवशेष मिले हैं उसके आसपास की जगह पर खून के कई निशान भी पाए गए हैं। इसके अलावा भट्टे के ऑफिस में जमीन पर दो जगह 100 के नोट भी पड़े मिले हैं। जमीन पर इस तरह नोटों का बिखरा होने से लूट की आशंका भी जताई जा रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि मैनेजर की हत्या में एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं। यह भी पढ़ें- Cold Drink के शौकीन सावधान! बाजार में ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बिक रही नकली ड्रिंक