मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों के निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा आश्रय स्थानों में स्वास्थ्य, खाद्यान्न आपूर्ति समेत सुविधाओं की जानकारी हासिल की। उन्होंने निर्देश दिया कि जलभराव वाले क्षेत्रों में बारिश रुकने और पानी उतरते ही तत्काल मिट्टी-कीचड़ की सफाई की जाए, कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने के साथ धराशायी पेड़ों का मलबा प्राथमिकता से हटाया जाए।
कम से कम नुकसान हो इस प्रकार से करें कार्यपटेल ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों की सतर्कता तथा समन्वय से व्यापक नुकसान को रोकने में सफलता मिली है। आगामी समय में वर्षा ऋतु के दौरान यदि और अधिक वर्षा हो तो कम से कम नुकसान हो इस प्रकार से कार्य करने का निर्देश दिया। प्रभावित विद्युत आपूर्ति को जल्द बहाल करने, सड़कों-मार्गों को हुए नुकसान की जल्द मरम्मत करने, बंद पड़ीसड़कों पर पुन: यातायात बहाल करने के निर्देश दिए। बांधों की स्थिति पर लगातार नजर रखने, और उनके प्रभाव वाले निचले क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है।