पूरन पटेल, सब्जी विक्रेता वर्शन
सब्जी बेचने में डर लगता है। क्योंकि लोहे की चादरें तेज हवा में बुरी तरह से हिलती हैं। इनके गिरने का डर बना रहता है। नपा के जिम्मेदारों को बोल चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सब्जी बेचने में डर लगता है। क्योंकि लोहे की चादरें तेज हवा में बुरी तरह से हिलती हैं। इनके गिरने का डर बना रहता है। नपा के जिम्मेदारों को बोल चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
फिरोज खान, सब्जी विक्रेता यह कैसा हॉकर्स जोन, जहां नहीं बुनियादी सुविधाएं
-बिजली के स्थाई कनेक्शन नहीं।
-पानी के लिए नहीं कोई व्यवस्था, हफ्ते में दो बार ही आता है टेंकर।
-सब्जी विक्रेताओ के लिए निस्तार के लिए भी नहीं बने सुविधाघर।
-नियमित सफाई न होने से परेशान सब्जी विक्रेता।
-आधे-अधूरे लगे शेड, दुकानदारों को बांधनी पड़ रही त्रिपाल।
-बिजली के स्थाई कनेक्शन नहीं।
-पानी के लिए नहीं कोई व्यवस्था, हफ्ते में दो बार ही आता है टेंकर।
-सब्जी विक्रेताओ के लिए निस्तार के लिए भी नहीं बने सुविधाघर।
-नियमित सफाई न होने से परेशान सब्जी विक्रेता।
-आधे-अधूरे लगे शेड, दुकानदारों को बांधनी पड़ रही त्रिपाल।
वर्शन
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मैं सबंधित अधिकारी को भेजकर शेड बदलवाती हूं। सुषमा धाकड़, सीएमओ नपा
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मैं सबंधित अधिकारी को भेजकर शेड बदलवाती हूं। सुषमा धाकड़, सीएमओ नपा