अनूपपुर में एनएच 43 देर रात तक बंद रहा। यहां सड़क हादसे में एक महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया और नेशनल हाईवे पर बदरा तिराहे पर जा बैठे। यहां रात 12 बजे के बाद जाम खुल सका। इस दौरान पांच घंटे यातायात बंद रहा। बता दें कि नेशनल हाईवे यानि एनएच 43 एमपी को छत्तीसगढ़ और झारखंड से जोड़ता है।
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अनूपपुर के भालूमाड़ा में सड़क हादसे में महिला की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने नेशनल हाईवे पर बदरा तिराहे के पास सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन चालू कर दिया जिससे एनएच पर जाम लग गया। रात 7:00 बजे से शुरु हुआ जाम रात 12:00 बजे के बाद खुल सका। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अनूपपुर के भालूमाड़ा में सड़क हादसे में महिला की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने नेशनल हाईवे पर बदरा तिराहे के पास सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन चालू कर दिया जिससे एनएच पर जाम लग गया। रात 7:00 बजे से शुरु हुआ जाम रात 12:00 बजे के बाद खुल सका। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे मुआवजे की मांग को लेकर सड़क पर ही डटे रहे। बाद में उनकी मांगें मानी तभी वे हटे। तहसीलदार अनुपम पांडे के अनुसार परिजनों को 1 लाख की सहायता राशि तत्काल दी गई। इसके साथ ही मोजर वेयर कंपनी में एक परिजन को नौकरी देने का आश्वासन दिया गया।
यह भी पढ़ें : एमपी कांग्रेस का बड़ा फैसला, छिंदवाड़ा में बदलेगी कमान, कमलनाथ समर्थकों को भी हटा रही पार्टी एचआरसी कंपनी की हाईवा ने बाइक सवार दंपत्ति को टक्कर मार दी जिससे महिला प्रीति शुक्ला की 28 जून को मौत हो गई। भालूमाड़ा पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की लेकिन परिजनों ने चक्काजाम कर दिया।
28 जून को रात में जबलपुर से शव आते ही परिजन और अन्य लोग एनएच 43 पर बदरा तिराहे पर बैठ गए। चक्काजाम से दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद परिजन माने। करीब पांच घंटे तक एनएच बंद रहा। जाम में एमपी के पूर्व मंत्री और जैतपुर विधायक जयसिंह मरावी भी फंसे रहे।