सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान नौटियाल की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। मंच पर पहुंचते ही सबसे पहले नौटियाल ने उत्तराखंड की सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू के लिए प्रार्थना करने अपील की। फिर उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में गीत ‘मेरी चौखट में चलके आज चारो धाम आए हैं…’ प्रस्तुत कर समां बांध दिया। इसके बाद उन्होंने एक उत्तराखंडी और एक जौनसारी गीत भी प्रस्तुत किया। दर्शकों की मांह पर ‘तेरे बिन अब ना लेंगे एक भी दम, तुझे कितना चाहें और हम…’ प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया। सिंगर रेशमा शाह, रेखा धस्माना उनियाल व लोक गायक नरेंद्रसिंह नेगी ने प्रस्तुति दी।
सभा के अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट ने बताया कि समारोह में उत्तराखंडी पारम्परिक परिधान व आभूषण प्रतियोगिता, उत्तराखंडी व्यंजन प्रतियोगिता व चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय कार्य करने वाली उत्तराखंड की विभूतियों, संस्थाओं व लोकप्रियता हासिल करने वाली पांच प्रादेशिक फिल्मों को सम्मानित किया गया। समारोह में सुप्रीम कोर्ट के जज सुधांशु धूलिया, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, दिल्ली के विधायक मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व मुख्यमंत्री कोश्यारी व तीरथसिंह रावत, विधायक किशोर उपाधाय,कांग्रेस नेता हरिपाल रावत व राजकुमार पोरी समेत कई गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की। मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने वीडियो संदेश के जरिए शताब्दी वर्ष महोत्सव की शुभकामनाएं दी।