स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां तेजी से विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन परिसर में ही रेलवे स्थानीय जनजातीय कला को बढ़ावा देने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट गैलरी बनाने जा रहा है। पीपीपी मोड पर चलने वाली इस गैलरी से रेलवे को आमदनी भी होगी। इसके अलावा रेस्टोरेंट चलाने की योजना भी है। स्टेशन में ही पर्यटकों के ठहरने के लिए विश्वस्तरीय कमरे हैं। इसके अलावा एक अन्य होटल भी तैयार की जा रही है। वहीं रेलवे की ओर से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को प्रदूषण से बचाने के लिए अप्रेल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाने का काम शुरू होगा। इसके तहत रेलवे स्टेशन के पार्किंग जोन में ही Electric Vehicles के चार्जिंग लिए 51 पाइंट बनाए जाएंगे। इनके बनने के बाद पर्यटकों के वाहनों की पार्किंग रेलवे स्टेशन पर खड़ा करना होगा। यहां से आगे की करीब 6.5 किलोमीटर की दूरी इलेक्ट्रिक वाहनों से ही करनी होगी। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह के प्रयास से स्टेच्यू पर प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सकता है। फिलहाल पर्यटकों के वाहन स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी के समीप तक जाते हैं।
विस्टाडोम कोच का क्रेज
अहमदाबाद से एकता नगर ट्रेन में लगाए गए एक विस्टाडोम कोच में यात्रा करने का क्रेज पर्यटकों में बढ़ रहा है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि वैसे तो करीब आठ ट्रेने देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचती है। एक लोकल ट्रेन भी यहां से चलाई जाती है, लेकिन अहमदाबाद जनशताब्दी ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच लगाया गया है। इस कोच मे बैठने के लिए 48 सीटें हैं जो कि 360 डिग्री से चारों दिशाओं में घूम सकती है। इस कोच का प्रति व्यक्ति किराया 1030 रुपए है।
अहमदाबाद से एकता नगर ट्रेन में लगाए गए एक विस्टाडोम कोच में यात्रा करने का क्रेज पर्यटकों में बढ़ रहा है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि वैसे तो करीब आठ ट्रेने देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचती है। एक लोकल ट्रेन भी यहां से चलाई जाती है, लेकिन अहमदाबाद जनशताब्दी ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच लगाया गया है। इस कोच मे बैठने के लिए 48 सीटें हैं जो कि 360 डिग्री से चारों दिशाओं में घूम सकती है। इस कोच का प्रति व्यक्ति किराया 1030 रुपए है।