नई दिल्ली। अक्सर दूध (milk) उबालते समय ये गिर जाता है। वैसे तो ये एक आम बात है। मगर आध्यात्मिक तौर पर ये अपशगुन माना जाता है। धार्मिक पुस्तकों के अनुसार अचानक खौलते दूध का गिर जाना चंद्रमा (moon) की कमजोर स्थिति को दर्शाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि का नाश होता है।
आत्मा के निकलते ही शरीर हो जाता है हल्का, वैज्ञानिकों ने किया चौंकाने वाला खुलासा दूध को सम्पूर्ण आहार माना जाता है। वहीं वास्तु शास्त्र में दूध का संबंध घर की सम्पन्नता से जुड़ा होता है। इसीलिए किसी शुभ मौके पर दूध का घर में छिड़काव किया जाता है। वास्तु (vastu tips) के अनुसार दूध का संबंध चन्द्रमा से होता है। चूंकि व्यक्ति के मन और मस्तिष्क पर चंद्रमा का प्रभाव होता है। इसलिए इसकी स्थिति बिगड़ने से व्यक्ति की बेचैनी बढ़ सकती है। अधिकतर दूध का गिरना बुरे वक्त आने का भी संकेत होता है।
दूध को गैस पर उबाला जाता है। इसलिए ये अग्नि का प्रतीक है, जो मंगल ग्रह से जुड़ा हुआ होता है। अगर दूध उबालते समय यह गैस पर गिर जाता है तो चंद्रमा और मंगल ग्रह का टकराव होता है। दोनों ही विरोधी ग्रह है। इससे घर की शांति प्रभावित होती है। जिसके चलते घर में लड़ाई-झगड़े का महौल हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चन्द्रमा व्यक्ति के मन, मतिष्क, आर्थिक स्थिति, पारिवारिक संबंध इत्यादि का भी प्रतीक माना जाता है। इसलिए खौलते दूध का गिरना इन सब पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। कई बार चंद्रमा की स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि इससे व्यक्ति् का स्वास्थ भी खराब हो सकता है।