शांति स्थापना अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक जंगल युद्ध, पर्वतीय इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों तथा मानवीय सहायता व आपदा राहत में समन्वित प्रयासों को परखने के उद्देश्य से हो रहा यह संयुक्त अभ्यास सात दिसम्बर तक चलेगा। इसमें शामिल होने के लिए नेपाली सेना की तारा दल बटालियन के 334 सैन्य कर्मियों की टुकड़ी भारत पहुंची है। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन कर रही है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों देशों के बीच हर साल बारी बारी से होने वाले सूर्यकिरण संयुक्त अभ्यास का यह 17वां संस्करण है। भारत व नेपाल के बीच मैत्री, विश्वास व आम सांस्कृतिक संबंधों के मजबूत बंधन के प्रतीक इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य साझा सुरक्षा लक्ष्यों को हासिल करना और दो मित्रवत पड़ोसियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है। इससे व्यापक रक्षा सहयोग के प्रति दोनों देशों की अटूट प्रतिबद्धता को बल मिलेगा।