अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटनी की उम्मीद
बता दें कि पिछले साल की इसी अवधि में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। वहीं चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी की ग्रोथ रेट रिकॉर्ड 20.1 फीसदी दर्ज की गई थी। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि इस साल भारत की अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर लौट सकती है।
भारत करीब दो साल से कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई थी। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली थी। वहीं दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आई थी और तीसरी तिमाही में 0.4% जीडीपी रही थी। हालांकि चौथी तिमाही यानि जनवरी-मार्च में जीडीपी ग्रोथ रेट 1.6 फीसदी दर्ज की गई। ऐसे साल 2020-21 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट -7.3% फीसदी रही थी।
वहीं अब एक बार फिर से भारतीय अर्थव्यवस्था के वापस पटरी पर लौटने की उम्मीद है। कई एजेंसियों ने दूसरी तिमाही में डीजीपी ग्रोथ 7 से 9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। इंडिया रेटिंग्स ने दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.3 फीसदी रहने की बात कही थी। इसके साथ ही एजेंसी ने पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी में बढ़त 9.4 फीसदी की उम्मीद भी जताई है।