हुड्डा की विरोधी माने जाने वाली हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य कुमारी शैलजा ने हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पार्टी छोडक़र गांधी परिवार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे गुलाम नबी आजाद से हुड्डा की मुलाकात पर सवाल उठाए। शैलजा ने पूछा कि हुड्डा जैसे नेता ऐसी मुलाकात से क्या संदेश देना चाह रहे हैं। पार्टी को उन्हें कारण बताओ नोटिस देकर पूछना चाहिए। इधर,ओवरसीज कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर को पत्र लिख पृथ्वीराज चव्हाण की शिकायत की है। चव्हाण टीवी डिबेट में राहुल गांधी और नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
मांगे मान लेने के बाद भी क्यों छोड़ी पार्टी-हुड्डा हुड्डा ने सफाई देते हुए कहा कि आजाद एक ही परिवार में इतने साल रहे। उनके साथ हमने कुछ मांगें रखी थी, जिन्हें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मान लिया। अब पार्टी में चुनाव हो रहा है। इसके बावजूद आजाद ने पार्टी छोडऩे का फैसला किया। हम उनसे इसका कारण पूछने ही गए थे। हुड्डा ने कहा कि कई नेता पार्टी छोड़ देते हैं, लेकिन कटुता की बात नहीं करते हैं। शैलजा के आरोप पर उन्होंने कहा कि कौन क्या कह रहा है, इस पर उन्हें कुछ नहीं कहना है। कई बार लोग निजी स्वार्थ के लिए कहते हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक उनका सवाल है तो जब नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री थे और सोनिया गांधी अमेठी गई थीं। तब भी गांधी परिवार के साथ मैं खड़ा था और आज भी उनके साथ खड़ा हूं।
जी-23 में शामिल रहे हुड्डा-चव्हाण
आजाद ने करीब दो साल पहले जी-23 बनाया था, जिसमें आनंद शर्मा, हुड्डा व चव्हाण भी शामिल रहे थे।
आजाद ने करीब दो साल पहले जी-23 बनाया था, जिसमें आनंद शर्मा, हुड्डा व चव्हाण भी शामिल रहे थे।