भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के सर्वेक्षण के अनुसार, जमुई में 37.6 टन खनिज युक्त अयस्क सहित लगभग 222.88 मिलियन टन सोने का भंडार मौजूद है। राज्य का खान और भूविज्ञान विभाग जमुई में सोने के भंडार की खोज के लिए GSI और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) सहित अन्वेषण में लगी एजेंसियों के साथ परामर्श कर रहा है। अतिरिक्त मुख्य सचिव सह खान आयुक्त हरजोत कौर बम्हरा का कहना है कि GSI के निष्कर्षों का विश्लेषण करने के बाद परामर्श प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसमें जमुई जिले के करमाटिया, झाझा और सोनो जैसे इलाकों में सोना होने का संकेत मिला था।
हरजोत कौर बम्हरा ने कहा कि राज्य सरकार एक महीने के अंदर G3 (प्रारंभिक) चरण की खोज के लिए एक केंद्रीय एजेंसी या एजेंसियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में, G2 (सामान्य) अन्वेषण भी किया जा सकता है।
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बता दें कि केंद्रीय खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिछले साल लोकसभा में जानकारी दी थी कि बिहार के पास भारत के सोने के भंडार में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। उन्होंने एक लिखित जवाब में कहा था कि बिहार में 222.885 मिलियन टन सोना धातु है, जो देश के कुल सोने के भंडार का 44 प्रतिशत है। तो वहीं नेशनल मिनरल इन्वेंटरी के अनुसार, देश में 1 अप्रैल 2015 के आंकड़ों के मुताबित 654.74 टन स्वर्ण धातु मौजूद है। इस धातु से 501.83 मिलियन टन तक सोना निकाला जा सकता है। बताते चलें दिसंबर 2021 में जमुई में एक खुदाई के दौरान सोने का भंडार मिला था। यह खुदाई सोनो गांव में हो रहा था। गांव के निवासियों के मुताबिक वो लोग बचपन से ही ये देखते आ रहे हैं कि 8 किलोमीटर के दायरे में मिट्टी में चमकने वाली धातु दिखाई देती है जो कुछ और नहीं बल्कि सोना ही है। तो वहीं 15 साल पहले यहां सर्वेक्षण के लिए कोलकाता से एक टीम भी आई थी, तब भी इस इलाके में सोने के भंडार की पुष्टि हुई थी।
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