इस खास दिन पर उन्हें याद दिलाने की कोशिश की जाती है कि उन्होंने अपने बच्चों को पैरों पर खड़ा करने के लिए जितने जतन किए हैं, उस कर्ज को हम चाहकर भी उतार नहीं सकते। ये दिन लोग अपने घर के बुजुर्गों को बताने की कोशिश करते हैं कि हमारे सिर पर आपका हाथ कितना जरूरी है और इससे हम कितना सहज महसूस करते हैं।
14 दिसंबर 1990 में हुई थी इसे मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1990 में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी। वहीं पहली बार 1 अक्टूबर 1991 को अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया गया था। अमेरिका में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 19 अगस्त 1988 को इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए और 21 अगस्त 1988 को संयुक्त राज्य में पहली बार अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया गया। वहीं रोनाल्ड रीगन वरिष्ठ नागरिक दिवस को पेश करने वाले पहले व्यक्ति थे।
अगर बुजुर्गों को मिलने वाली सुविधाओं की बात करें तो हर देश की सरकार वहां के वरिष्ठ नागरिकों का खास ख्याल रखती है। वहीं बुजुर्ग किसी पर आश्रित न रहें, इसके लिए उनके पेंशन की व्यवस्था भी की गई है। जानकारी के मुताबिक 60 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक नागरिक सभी सरकारी सुविधाओं के हकदार हैं।