उन्होंने कहा कि, इस वक्त कोई भी देश कोरोना महामारी के पूरी तरह से खत्म होने की बात नहीं कह सकता है।यहां तक की ये भी अभी नहीं बताया जा सकता है कि कोरोना महामारी कब खत्म होगी। उन्होंने आगे कहा, इस समय कोरोना के खत्म होने की बात करना मुर्खता होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से डेल्टा के बाद ओमिक्रॉन वेरिएंट ने तबाही मचाई है वैसे अभी और कोरोना वेरिएंट भी सामने आने बाकी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, कोरोना का नया वेरिएंट कहीं भी, कभी भी पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम घूम-फिरकर चौराहे के उसी कोने में पहुंच सकते हैं जहां से शुरू हुए थे। इसीलिए अभी भी पहले की तरह ही पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, जब दुनिया में कोरोना के आंकड़े केवल 100 थे तभी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी कर दी थी। उस समय किसी ने हमारी चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया था।अगर उस समय सभी देशों ने आवश्यक कदम उठाए होते तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।
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हमने देखा है कि अमेरिका और यूरोप में कोरोना ने किस तरह से तबाही मचाई है। ऐसे में हमारी छोटी सी लापरवाही एक बार फिर भयावह दौर वापस ला सकती है। हमें ध्यान रखना होगा कि अफ्रीकी देशों की 85% आबादी को अभी भी कोरोना वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगा है।कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने में यह स्थिति काफी मददगाार साबित हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 58,077 नए मामले सामने आए हैं जबकि इस दौरान 1,50,407 लोग रिकवर भी हुए हैं। 657 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।अभी देश में कुल 6,97,802 एक्टिव केस हैं।
कल 67,084 नए मामले सामने आए थे. कल की तुलना में आज 9 हजार कम मामले आए हैं।देश में कोविड-19 से 657 और लोगों की मौत के बाद संक्रमण से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5,07,177 हो गई. देश में अभी 6,97,802 कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज चल रहा है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.64 प्रतिशत है।
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