अंजली बिरला की कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई
अंजली की प्राथमिक शिक्षा राजस्थान के कोटा में ही हुई है। बारहवीं उन्होंने कोटा के सोफिया गर्ल्स कॉलेज से की है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के रामजस कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी में जुट गईं। अंजली बिरला ने IAS अधिकारी बनने का श्रेय उनके पिता और बड़ी बहन आकांक्षा बिरला को दिया। उनका कहना है पिता ओम बिरला चाहते थे कि अंजली बिरला सिविल सेवा में अपना करियर बनाएं।Fact Check: अंजलि बिरला की न्यूज का पर्दाफाश
ट्विटर और फेसबुक यूजर्स ने अंजलि बिरला के IAS अधिकारी बनने में पक्षपात का आरोप लगाया है। कुछ ने तो यह भी दावा किया कि उन्होंने UPSC-CSE परीक्षा नहीं दी। हालांकि, सच्चाई यह है कि हर सिविल सेवा परीक्षा के बाद UPSC दो सूचियाँ तैयार करती है- मुख्य सूची और आरक्षित सूची। जबकि मुख्य सूची तुरंत प्रकाशित होती है, आरक्षित सूची तब जारी की जाती है जब मुख्य सूची के सभी उम्मीदवारों को उपलब्ध रिक्तियों का आवंटन कर दिया जाता है। यह प्रक्रिया सिविल सेवा परीक्षा नियम, 2019 के नियम-16 (4) और (5) के तहत स्पष्ट रूप से निर्धारित है। मुख्य सूची से उम्मीदवारों को पद आवंटित करने के बाद, शेष रिक्तियों के लिए आरक्षित सूची से उम्मीदवारों को मेरिट के अनुसार चुना जाता है। UPSC की आरक्षित सूची कोई आरक्षण कोटा सूची नहीं है, बल्कि यह दूसरी मेरिट सूची या प्रतीक्षा सूची जैसी होती है। इस सूची से चुने जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि मुख्य सूची में आरक्षित श्रेणी के कितने उम्मीदवार सामान्य श्रेणी के मानकों को प्राप्त कर चुके हैं।![Om Birla and his daughter Anjali Birla](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2024/07/Om-Birla-and-his-daughter-Anjali-Birla-2.jpg?w=640)
यह स्पष्ट करता है कि उन्होंने UPSC परीक्षा दी थी और सभी चरणों को पार कर IAS अधिकारी बनीं। अंजलि बिरला के खिलाफ सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे उनके और उनके पिता ओम बिरला की छवि को खराब करने के इरादे से किए जा रहे हैं। ऑनलाइन ट्रोलिंग और उत्पीड़न से निपटने के लिए कड़े उपायों की आवश्यकता है। इस समय वह रेल मंत्रालय में IAS अधिकारी के तौर पर काम कर रही हैं।