पुलिस को बड़ी सफलता
पुलिस को इन गिरफ्तारियों से उम्मीद है कि वे साइबर अपराध के नेटवर्क को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए और मजबूत कदम उठा सकेंगे। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं, जिससे आगे की जांच में मदद मिलेगी।
दोनों आरोपियों ऐसे हुई पहचान
पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है। आरोपियों की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के जौकटिया गांव निवासी मुस्ताक आलम और पूर्वी चंपारण जिले के नौरंगिया गांव निवासी ईशा कुमारी के रूप में हुई है। दोनों आरोपी पटना से काम कर रहे थे।
छापेमारी के दौरान पकड़े गए आरोपी
कटिहार पुलिस बीते साल नवंबर में कटिहार के साइबर थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले की जांच करते हुए उन तक पहुंची। पुलिस के साइबर सेल के डीएसपी सद्दाम हुसैन ने कहा, हम तकनीकी निगरानी के जरिए साइबर जालसाजों पर नजर रख रहे थे। वे पटना के कदम कुआं इलाके से काम कर रहे थे। हमने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
रोजाना खातों जमा होते थे दो से तीन लाख रुपए
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पाकिस्तानी हैंडलरों से संबंध होने की बात कबूल की। उन्होंने एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी बैंक पासबुक की जानकारी भी दी। पुलिस ने बताया कि सीमा पार से हैंडलर हर दिन उनके खातों में 2-3 लाख रुपए आते थे। अपने हिस्से की रकम निकालने के बाद वे बाकी रकम विभिन्न माध्यमों से पाकिस्तान के विभिन्न बैंक खातों में जमा कर देते थे। वे व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान में साइबर अपराधियों के संपर्क में थे।
16 एटीएम कार्ड, 8,000 नकद, छह मोबाइल, छह सिम कार्ड, सोने की दो अंगूठियां जब्त
पुलिस के साइबर सेल के डीएसपी सद्दाम हुसैन ने कहा, हमारे पास उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। हमने उनके कब्जे से 16 एटीएम कार्ड, 8,000 रुपए नकद, छह मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड, सोने की दो अंगूठियां और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है।