शव को लेकर ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन
ग्रामीणों ने महिला के शव को कागजनगर के वन कार्यालय में ले जाकर मृतक के परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए धरना दिया। मांग की जा रही है कि वन विभाग बाघों को पकड़ने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाए। आपको बता दें कि बीते दिनों में भी बाघों की आवाजाही देखी गई थी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि पड़ोसी महाराष्ट्र के ताडोबा जंगल से बड़ी बिल्लियां तेलंगाना से आती है। बाघ ने बछड़े को भी बनाया निशाना
तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा पर सोनापुर के जंगलों में आज सुबह बाघ ने एक बछड़े का शिकर बना डाला। इस हादसे के बाद वानकीडी मंडल के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोगों को संदेह है कि 24 नवंबर को ढाबा गांव में झुंड की पांच गायों को घायल करने वाले बाघ ने बछड़े पर हमला किया होगा।
फसल काटने से हिचकिचा रहे हैं किसान
बीते कुछ दिनों से बाघ का आतंक जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग 363 पर वानकीडी मंडल के गोयागांव गांव के पास एक इको-ब्रिज पर बाघ नजर आया। इसके बाद से लोगों में दहशत है और किसान कपास की फसल काटने से हिचकिचा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से मानवीय क्षति को रोकने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है।