हादसे के बाद मालगाड़ी के इंजन को जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। लोको-पायलटों का मेडिकल परीक्षण भी किया जाएगा ताकि यह जांचा जा सके कि दुर्घटना के समय वे नशे में थे या नहीं। इस साल की शुरुआत में रेलवे ने हाथी कॉरीडोर से गुजरने वाली रेलवे पटरियों पर घुसपैठ का पता लगाने वाले सिस्टम (आईडीएस) लगाने की घोषणा की थी, ताकि रेलवे पटरियों के पास हाथियों की मौजूदगी की स्थिति में लोको-पायलटों को सतर्क किया जा सके।
अगस्त में हुआ था हादसा
इसी साल अगस्त में पश्चिम बंगाल में एक गर्भवती हथिनी की ट्रेन से टक्कर के बाद मौत हो गई थी। इस संबंध में रेलवे और राज्य वन विभाग के अधिकारियों के बीच कई दौर की चर्चा हो चुकी है।
झारखंड में 20 दिनों में 7 हाथियों की मौत
वहीं, झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में बीते 20 दिनों में 7 हाथियों की मौत की घटनाओं पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संज्ञान लिया है। यहां हाथियों की मौत करंट लगने से हुई थी। इस बारे में मंत्रालय ने बताया है कि जांच के लिए टीमें गठित कर दी गईं हैं और इन टीमों ने इलाकों का दौरा कर घटनाओं की जानकारी ली है।