जतीय जनगणना पर सुशील मोदी ने बोला हमला
बिहार में जाति आधारित सर्वे पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि अमित शाह ने सही कहा है कि यादव और मुसलमानों की संख्या बढ़ी है। साल 1931 में जाति आधारित जनगणना हुई थी तो उस वक्त 12.7 फीसदी बिहार में यादवों की आबादी थी, अब उनकी आबादी बढ़कर 14.3 प्रतिशत हो गई है। बिहार में 1931 में मुसलमानों की आबादी 14.6 प्रतिशत थी जो बढ़कर 17.7 फीसदी हो गई है। इसलिए लालू यादव के दबाव में विशेष जातियों की संख्या बढ़ाई गई और अत्यंत पिछड़ों की संख्या 36 प्रतिशत बताई गई है।
आरोपों को तेजस्वी ने बताया बकवास
जाति आधारित सर्वे पर बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वे कह रहे हैं कि पिछड़ों और अति पिछड़ों की संख्या कम हो गई है और यादवों की संख्या बढ़ गई है। क्या यादव पिछड़े नहीं हैं?…किस बात पर। क्या वे यह कह रहे हैं कि क्या बढ़ाया या घटाया गया है? हमारे पास वैज्ञानिक डेटा है। उनके पास इसका समर्थन करने के लिए एक आधार होना चाहिए। वे यह किस आधार पर कह रहे हैं?