सूत्रों ने बताया कि भगदड़ हिंदी स्कूल के पास हुई, जहां एक 60 वर्षीय व्यक्ति बेहोश हो गया। उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। भगदड़ में घायल पांच अन्य श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इसके अलावा रथ यात्रा का तीन किलोमीटर लंबा बड़ाडांडा मार्ग की उच्च आर्द्रता की स्थिति के कारण निर्जलीकरण और दम घुटने के कारण 300 से अधिक भक्तों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिला प्रशासन की मुस्तैदी के कारण भगदड़ में जनहानि नाम मात्र की हुई। दरअसल प्रशासन हाथरस में हुई भगदड़ में मौतों की घटना के बाद कुछ अधिक ही एहतियाती उपाय किए थे।