दो साल से चल रही थी बातचीत
कंपनी ने एक बयान में कहा कि हम दो साल से अधिक की बातचीत के बाद हम इस बात से बेहद निराश हैं कि विलय की अंतिम शर्तें अंतिम तारीखों तक पूरी नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि हम तेजी से बढ़ते बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने और भारतीय दर्शकों को विश्व स्तरीय मनोरंजन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जानिए क्यों रद्द हुुआ सौदा
सूत्रों की माने तो दोनों कंपनियों के बीच Zee के मौजूदा सीईओ पुनित गोयनका की भूमिका को लेकर खींचतान चल रही थी। बताया जा रहा है कि पहले दोनों कंपनियों के बीच सहमति हुई थी कि विलय के बाद नई इकाई को पुनीत लीड करेंंगे।लेकिन SEBI द्वारा पुनीत गोयनका से जुड़े मामलों की जांच को देखते हुए सोनी उन्हें सीईओ बनाने पर मना कर दिया। इसलिए दोनों में मर्जर डील नहीं हो पाई।