मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करेंगे
नेताओं ने बिहार में कानून व्यवस्था की विफलता पर अपना आक्रोश जाहिर करने के लिए सरकार विरोधी नारे लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में राज्य में अपराध का ग्राफ खतरनाक रूप से बढ़ गया है और राज्य में कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। नेताओं ने कहा, “अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाते हैं तो हम उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करेंगे।” उन्होंने कहा कि दरभंगा में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हाल ही में हुई हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बिहार में कानून-व्यवस्था की दयनीय स्थिति को दर्शाता है क्योंकि श्री सहनी की हत्या उस समय की गई, जब वह अपने घर में सो रहे थे।
जान-माल की सुरक्षा करने का आग्रह किया
इंडिया गठबंधन के नेताओं ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नीतीश सरकार के निरंकुश रवैये के बावजूद विपक्षी दल बिना किसी डर के जनहित के मुद्दे उठाते रहेंगे। पटना में विरोध मार्च में भाग लेने वाले इंडिया गठबंधन के नेताओं में राजद के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव, डॉ तनवीर हसन, मुन्नी रजक और मृत्युंजय तिवारी, (भाकपा-माले) के नेता महबूब आलम, सत्यदेव राम, गोपाल रविदास और शशि यादव, विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, भाकपा के राम लाला सिंह, माकपा के सर्वोदय शर्मा, वीआईपी के अर्जुन सहनी और अन्य शामिल थे। राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए। बिहार के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन संबंधित जिलाधिकारियों को सौंपे गए, जिसमें उनसे राज्य में व्याप्त अराजकता में तत्काल हस्तक्षेप करने, स्थिति को सुधारने और लोगों की जान-माल की सुरक्षा करने का आग्रह किया गया।