लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत दर्ज की। इसके बाद राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का फैसला लिया। अब, वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। इसी बीच रविवार को राहुल गांधी ने वायनाड की जनता के नाम एक इमोशनल चिट्ठी लिखी।
मेरे बुरे वक्त में आपने मेरा साथ दिया-राहुल राहुल गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा, “वायनाड के प्यारे बहनों और भाइयों, मुझे उम्मीद है कि आप ठीक होंगे। जब मैं मीडिया के सामने आपको अपने फैसले के बारे में बताने के लिए खड़ा था तब आपने मेरी आंखों में उदासी देखी होगी। तो, मैं दुखी क्यों हूं? मैं आपसे पांच साल पहले मिला था। पहली बार जब मैं आपसे मिलने आया था, तो मैं आपका समर्थन मांगने आया था। मैं आपके लिए एक अजनबी था और फिर भी आपने मुझ पर विश्वास किया।
आपने मुझे बेपनाह प्यार और स्नेह से गले लगाया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस राजनीतिक दल का समर्थन करते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस समुदाय से हैं या आप किस धर्म को मानते हैं या आप कौन सी भाषा बोलते हैं।”
आपके बिना शर्त वाले प्यार ने मेरी रक्षा की राहुल गांधी ने चिट्ठी में आगे लिखा, “जब मुझे दिन-ब-दिन दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा, तो आपके बिना शर्त वाले प्यार ने मेरी रक्षा की। आप लोग मेरी शरण, मेरा घर और मेरा परिवार थे। मुझे कभी एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि आपको मुझ पर शक है। मैंने बाढ़ के दौरान जो कुछ भी देखा, उसे कभी नहीं भूलंगा। लोगों ने परिवार और बहुत कुछ खो दिया। जीवन, संपत्ति, दोस्त सब चले गए और फिर भी आप में से किसी ने, यहां तक कि सबसे छोटे बच्चे ने भी अपनी गरिमा नहीं खोई।
मैं कैसे भूल सकता हूं… मुझे याद रहेगा, आपने मुझे जो अनगिनत फूल दिए और मुझे गले लगाए। हर किसी ने इतने सच्चे प्यार और कोमलता से साथ दिया। मैं कैसे भूल सकता हूं, वह बहादुरी, खूबसूरती और आत्मविश्वास जिसके साथ लड़कियां हज़ारों लोगों के सामने मेरे भाषणों का अनुवाद करती थी। संसद में आपकी आवाज बनना वाकई खुशी और सम्मान की बात थी। मैं दुखी हूं, लेकिन मुझे तसल्ली है क्योंकि मेरी बहन प्रियंका आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां होंगी। मुझे पूरा भरोसा है कि अगर आप उन्हें मौका देते हैं तो वह आपकी सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी।”
हम देश में फैलाई जा रही नफरत को हराएंगे उन्होंने आगे लिखा, “मैं इसलिए भी तसल्ली महसूस कर रहा हूं क्योंकि रायबरेली के लोगों में मेरा एक प्यारा परिवार है और एक ऐसा रिश्ता है, जिसे मैं बहुत संजोकर रखता हूं। वायनाड और रायबरेली के लोगों के लिए मेरी मुख्य प्रतिबद्धता यह है कि हम देश में फैलाई जा रही नफरत और हिंसा से लड़ेंगे और उसे हराएंगे। आपने मेरे लिए जो किया है, उसके लिए मैं आपका शुक्रिया अदा नहीं कर सकता। आपके प्यार और सुरक्षा की मुझे सबसे ज्यादा ज्यादा जरूरत थी। आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं और मैं हमेशा आप सभी के लिए मौजूद रहूंगा। बहुत-बहुत शुक्रिया।”
ये भी पढ़ें: ससुर को हुआ अपनी ही बहु से प्यार, पूरी जायदाद करने जा रहा था उसके नाम, फिर बेटे ने उठाया ये कदम