भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष का मकसद नरेंद्र मोदी को उखाड़ फेंकना है, जबकि हमारा मकसद देश का विकास करना है। यह सोच का अंतर है। वहीं, PM मोदी ने बिना नाम लिए संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोकतंत्र में विश्वास करने वाली कोई भी पार्टी इस तरह की घटना को कैसे जस्टिफाई कर सकती है?
संसद जो कुछ हुआ उसका समर्थन करना गलत
प्रधानमंत्री ने सदन में हुई घटना पर पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि संसद भवन में जो कुछ हुआ उसका समर्थन करना गलत है, लेकिन विपक्ष जो कुछ कर रहा है यह तीन राज्यों में हुई हार की उसकी हताशा है। ऐसा लगता है कि विपक्ष ने मन बना लिया है कि वह विपक्ष में ही बैठेगा।
13 दिसंबर को क्या हुआ था
दरअसल, 13 दिसंबर यानी संसद पर हमले की बरसी वाले दिन लोकसभा की कार्यवाही के दौरान संसद की सुरक्षा में सेंधमारी हुई थी। विजिटर गैलरी में बैठे दो आरोपी लोकसभा के चैंबर में कूद आए थे, जिसके बाद हड़कंप मच गया था। हालांकि, सांसदों की मुस्तैदी की वजह से दोनों आरोपी पकड़े गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 6 आरोपियो को गिरफ्तार किया है और कईं टीमें गठित करके इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
हार के हताश में संसद का काम बाधित कर रहा विपक्ष
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वर्तमान संसद में जो हुआ प्रधानमंत्री ने उसे लेकर गंभीर पीड़ा व्यक्त करते हुए बैठक में कहा कि संसद चर्चा का मंच है, कई गंभीर बिल जिससे देश के विकास का और रास्ता खुलेगा उस पर चर्चा होनी चाहिए और यह जो ( विपक्षी दल) ब्लॉक कर रहे हैं संसद में अवरोध पैदा कर रहे हैं, यह तीन राज्यों में विधान सभा चुनाव हारने की उनकी हताशा है और उस हताशा के कारण ही संसद में अवरोध पैदा किया जा रहा है और उससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि जो नौजवान बच्चे लोगों ने कुछ किया उसको डायरेक्टली या इनडायरेक्टली जस्टिफाई किया जा रहा है, जो और भी ज्यादा चिंताजनक है।
विपक्ष का मकसद मोदी को उखाड़ फेंकना
प्रधानमंत्री ने 2024 में भाजपा की बड़ी जीत की बात कहते हुए कहा कि 2023 की यह अंतिम मंगलवार की बैठक है और अभी जो हॉल ( बैठक हॉल) है उसमें लगभग ढाई ब्लॉक बीजेपी के सांसदों से भरता है, 2024 में पूरा ब्लॉक भर जाएगा और जो विपक्ष के लोग हैं, उनकी संख्या क्या होगी यह बताने की जरूरत नहीं है और उसका कारण बिल्कुल स्पष्ट है कि आज जो तथाकथित इंडिया गठबंधन है जिसे हम घमंडिया गठबंधन कहते हैं, उसकी बैठक का उद्देश्य नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है और हम जो यहां बैठे हैं, उनका उद्देश्य है भारत का भविष्य उज्जवल करना है।
18 साल के वोटरों को बताए 10 साल में क्या-क्या बदला
प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों को अपनी वाणी में संयम रखने, लोकतांत्रिक मान्यताओं पर चलने और लोकतांत्रिक आचरण के अनुसार अपनी बात कहने की सलाह देते हुए कहा कि 18 साल के फर्स्ट टाइम वोटर दस साल से भाजपा की ही सरकार देख रहे हैं इसलिए उन्हें यह बताना जरूरी है कि अतीत में क्या हालत थी और 10 साल में भाजपा ने क्या-क्या बदला है। उन्होंने सांसदों को छुट्टियों में सीमावर्ती गांवों में जाने की भी सलाह दी।