पीपीएफ की दरों में 4 साल से बदलाव नहीं
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) दरों में पिछले तीन वर्षों से कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें आखिरी बार अप्रेल-जून 2020 में बदला गया था, जब इसे 7.9त्न से घटाकर 7.1त्न कर दिया गया था। कोरोना काल में सरकार ने कई बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन करके उन्हें घटा दिया था। इस बीच ब्याज दरों में कई संशोधन हुए लेकिन पीपीएफ में कोई बदलाव नहीं हुआ। इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार यहां भी कुछ राहत दे सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार पीपीएफ समेत सभी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के लिए संवेदनशील राजनीतिक मुद्दे हैं। लाखों छोटे बचतकर्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए दरों में वृद्धि करने का दबाव है।एफडी (2 साल) 7.0 फीसदी
एफडी (3 साल) 7.1 फीसदी
एफडी (5 साल) 7.5 फीसदी
बचत खाता 04 फीसदी
रेकरिंग डिपॉजिट 6.5 फीसदी
वरिष्ठ नागरिक जमा 8.2 फीसदी
मंथली इनकम स्कीम 7.4 फीसदी
एनएससी 7.7 फीसदी
पीपीएफ 7.1 फीसदी
किसान विकास पत्र 7.5 फीसदी
सुकन्या समृद्धि 8.2 फीसदी