सवाल : आपने उत्तराखंड में सभी पांच सीटें जीती हैं। इस जीत का श्रेय आप किसे देते हैं? शानदार सफलता के पीछे कौन-से कारण आते हैं?
जवाब : दस साल में मोदी जी के नेतृत्व में जो सरकार रही, उसने हर क्षेत्र में काम किया है। महिलाओं के उत्थान के लिए, गरीबों के कल्याण के लिए, नौजवान युवाओं को स्किल रोजगार से जोड़ने के लिए, स्वरोजगार से जोड़ने के लिए, किसानों के लिए अलग से योजनाएं लाई गईं। देश का हर प्रकार से मान-सम्मान और पहचान बढ़ाई गई। ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। इससे दुनिया में भारत की एक अलग छवि बनी। उत्तराखंड से प्रधानमंत्री मोदी का बहुत गहरा लगाव है। देवभूमि में डबल इंजन की सरकार ने अनेक काम आगे बढ़ाए। चार धाम ऑल वेदर रोड बनी, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल योजना गतिमान है। हवाई सेवाएं बढ़ीं, हवाई अड्डों का विस्तार हुआ। बद्रीनाथ का मास्टर प्लान बना, केदारनाथ का पुनर्निर्माण किया गया। इसके अलावा मानसखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं जॉलीकौंग और आदि कैलाश जाकर पूरी दुनिया को इन स्थानों को दिखाने का काम किया।
सवाल : पांचों सीट पर जीत में यूसीसी की भूमिका को किस प्रकार देखते हैं?
जवाब : यूसीसी हमारा संकल्प था। उत्तराखंड की जनता ने 2022 के विधानसभा चुनाव में उसके लिए हमें अपना समर्थन दिया था और हमने अपना वादा पूरा किया। हमने वादा पूरा किया तो निश्चित रूप से जनता का हमारे प्रति यह विश्वास गहरा हुआ कि भाजपा जो वादा करती है, उसे पूरा करती है।
सवाल : जीत का अंतर पिछले चुनाव से कुछ कम रहा है। तो क्या उसके पीछे अग्निवीर योजना और युवाओं की नाराजगी है या कोई और वजह ?
जवाब : देखिए, सभी कैंडीडेट अच्छे मार्जिन से जीते हैं। अजय भट्ट लगभग साढ़े तीन लाख वोट से नैनीताल सीट से जीते हैं और टिहरी से माला लक्ष्मी पौने तीन लाख वोटों से जीती हैं। अजय टम्टा लगभग ढाई लाख वोटों से जीते हैं। हरिद्वार और पौड़ी के प्रत्याशी डेढ़-डेढ़ लाख वोटों के अंतर से जीते हैं।
सवाल : पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से उत्तराखंड की महती भूमिका है। वन संरक्षण को लेकर उत्तराखंड सरकार ने कौन-से बड़े काम किए हैं?
जवाब : वन सम्पदा हमारी बहुत बड़ी धरोहर है। यह हमारे पर्यावरण को भी ठीक प्रकार से संरक्षित करने का काम करती है। हम कोशिश कर रहे हैं कि वनाग्नि की घटनाएं कम से कम हों। उत्तराखंड देवभूमि है। इसका दैवीय स्वरूप है। यह गंगा-यमुना, चार धामों, आदि कैलाश, केदारखंड, मानसखंड का प्रदेश है। इसका स्वरूप खराब नहीं होना चाहिए। देवभूमि के अंदर वन भूमि पर काफी अतिक्रमण हो गया था और अवैध रूप से कब्जे हो गए थे, उन सबको हमने हटाया है।
सवाल : आपकी सरकार का कोई ऐसा कदम, जिसने राज्य की जनता को सर्वाधिक प्रभावित किया हो?
जवाब : हमारी सरकार द्वारा पिछले वर्ष फरवरी में लाया गया नकल विरोधी अध्यादेश। इसके जरिए हमने प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी व्यक्ति, प्रिटिंग प्रेस, सेवा प्रदाता संस्था, प्रबंध तंत्र, कोचिंग संस्थान इत्यादि के अनुचित साधनों में लिप्त पाए जाने या संगठित रूप से परीक्षा कराने वाली संस्था के साथ षडयंत्र करने पर आजीवन कारावास तक की सजा तथा 10 करोड़ रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया है।