क्या है एनपीएस वातसल्य स्कीम ?
इस योजना के तहत, माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों के लिए एनपीएस खाता खोल सकेंगे और बच्चे के 18 वर्ष के होने तक नियमित योगदान कर सकेंगे। 18 साल पूरे होने के बाद खाता अपने आप एनपीएस में तब्दील हो जाएगा और एनपीएस में मिलने वाली सभी सुविधाएं बच्चों को मिलेंगी। यानी इसमे बच्चे खुद निवेश कर सकेंगे और रिटायरमेंट के लिए अच्छा-खासा फंड जमा कर पाएंगे।
कितना कर सकते हैं निवेश
इस योजना में एक बच्चे के लिए केवल एक खाता खोला जा सकता है। माता-पिता बच्चे के एनपीएस खाते में कम से कम 500 रुपए प्रति माह और अधिकतम 1.50 लाख रुपए प्रति वर्ष जमा कर सकते हैं।
बालिग होने पर मिलेंगे दो विकल्प
बच्चों के 18 साल पूरो होने पर इस स्कीम को सामान्य एनपीएस खाते में तब्दील कर 75 साल की उम्र तक जारी रखा जा सकता है। वहीं दूसरा विकल्प इसे गैर-एनपीएस में परिवर्तित कराने का है। इस स्थिति में एकमुश्त 20त्न रकम निकाली जा सकती है, जो टैक्सफ्री है। वहीं 80त्न राशि को किसी एन्युटी प्लान में निवेश करना होगा, जिससे पेंशन मिलेगी।
पढ़ाई-शादी के लिए मुफीद नहीं
यदि माता-पिता बच्चे की उच्च शिक्षा या शादी के लिए बचत करना चाहते हैं, तो यह स्कीम उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता। इसमें अकाउंट खोलने के तीन साल बाद 25त्न पैसा ही निकाला जा सकता है, जबकि पांच साल के बाद 20त्न पैसा टैक्स-फ्री निकाला जा सकता है और बाकी रकम को एन्युटी में निवेश करना अनिवार्य है। अगर कोई सब्सक्राइबर हर माह 10,000 रुपए 10 साल निवेश करता है, तो 3 लाख रुपए की ही आंशिक निकासी की जा सकती है।
75 स्थानों पर एनपीएस वात्सल्य कार्यक्रम
एनपीएस वात्सल्य स्कीम का मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में होगा लेकिन इसे पूरे देश में लगभग 75 स्थानों स्थानों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर दिया गया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दूसरे स्थानों से इसमें शामिल होंगे और उन स्थानों पर नाबालिग सब्सक्राइबर्स को पीआरएएन मेंबरशिप (Permanent Retirement Account Number) का वितरण किया जाएगा।