कब से हुई शुरूआत
भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस को मनाने की शुरुआत तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पहली बार साल 2011 में की थी। बता दें कि साल 2011 में पहली बार 25 जनवरी के दिन राष्ट्रीय मतदाता मनाया गया था। 2024 में भारत अपना 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने जा रहा है।
25 जनवरी के दिन ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय मतदाता दिवस
हमारा देश साल 1947 में आजाद हुआ था। इसी के 3 साल बाद 26 जनवरी के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। संविधान लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी, 1950 को भारत के चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। इसी के चलते हर साल 25 जनवरी के दिन भारत का राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
क्या है इस दिन का महत्व और थीम
भारत एक मजबूत लोकतांत्रिक देश है। एक मजबूत लोकतंत्र की बुनियाद में मतदाताओं की बहुत ही अहम भूमिका होती है। ऐसे में राष्ट्रीय मतदाता दिवस देश के नागरिकों को बेहतर लोकतांत्रिक भविष्य में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने का काम करता है। इसी के चलते इस राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में चुनावी जागरुकता पैदा करना है। साथ ही उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना होता है। 2024 की थीम है -‘वोटिंग जैसा कुछ नहीं, मैं निश्चित रूप से वोट करता हूं।’
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