प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट से दो केंद्रीय मंत्रियों केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर औक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। (ये खबर एबीपी और जी मीडिया के हवाले से) इन दोनों नेताओं ने बुधवार को ही अपने सांसद पद से ही इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए हैं।
मप्र सरकार में मिल सकता है बड़ा पद
भारतीय जनता पार्टी ने इस बार मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपने 7 सांसदों को विधायकी का टिकट दिया गया था। इन 7 में से 6 सांसदों ने अपनी जीत सुनिश्चित कर ली। वहीं, अब अटकले लगाई जा रही है कि मध्य प्रदेश की सरकार में इन दोनों नेताओं को अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है। बता दें कि भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के बाद भी अभी तक अपने मुख्यमंत्रीयों के नाम का ऐलान नहीं किया है।
एमपी के इन नेताओं ने दिया सांसदी से इस्तीफा
प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात में यह फैसला लिया गया कि विधान सभा का चुनाव जीतने वाले सभी सांसद अपनी संसद सदस्यता छोड़ कर राज्य विधान सभा में जाकर काम करें। शीर्ष नेतृत्व के फैसले के बाद, मध्य प्रदेश में विधान सभा का चुनाव जीतने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राव उदय प्रताप, राकेश सिंह और रीति पाठक ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब ये पांचों नेता मध्य प्रदेश में विधान सभा सदस्य के तौर पर शपथ लेंगे। इनमें से तोमर और पटेल को मुख्यमंत्री पद का भी दावेदार माना जा रहा है।
सभी 12 सांसदों ने दिया अपने पद से इस्तीफा
राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी ने बड़ा एक्शन लिया है। विधानसभा चुनाव में जो सांसद जीतकर आए हैं, उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। आज 12 सांसदों ने इस्तीफा सौंप दिया है। बता दें कि पांच राज्यों में आए नतीजों में से तीन में बीजेपी ने सरकार बनाई है। जबकि दक्षिणी राज्य तेलंगाना में पार्टी को आठ सीटें जीती हैं और उनके वोट प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई। बीजेपी ने चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए 21 सांसदों को टिकट दिया था। सबसे ज्यादा राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा में टिकट दिया था। अब भारतीय जनता पार्टी आलाकमान ने विधानसभा चुनाव जीते हुए सांसदों से मुलाकात की और संसद सदस्यता छोड़ने का फैसला लिया। इसके बाद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा के साथ सभी 12 सदस्य इस्तीफा देने के लिए लोकसभा स्पीकर से मिलने पहुंचे।