क्या सरकार आर्थिक सर्वे में लिखी गई बात से सहमत है? कांग्रेस सांसद कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “अब 1992 से लेकर 2024 तक यह आंकड़ा कई सरकारों के लिए मुश्किल भरा रहा है। मौजूदा आर्थिक सर्वे में एनर्जी ट्रांजिशन को लेकर दो चैप्टर हैं, जिसमें 1.5 डिग्री वाले इस आंकड़े पर सवाल उठाया गया है। अब मेरा प्रश्न यह है कि क्या सरकार आर्थिक सर्वे में लिखी गई इस बात से सहमत है और अगर सहमत है, तो फिर क्या वह वैश्विक समुदाय के बीच बनी सहमति के खिलाफ जाएगी।”
मैं तो एक महीने पहले मंत्री बना-मनोहर लाल खट्टर मनीष तिवारी के इस सवाल का जवाब देने के लिए मनोहर लाल खट्टर खड़े हुए। उन्होंने कहा, “मैं तो एक महीने से ही मंत्री हूं, लेकिन मनीष तिवारी पहले भी मंत्री रह चुके हैं। कुल मिलाकर यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि यह एक वैश्विक चिंता का विषय बनकर पिछले कुछ वर्षों में उभरकर सामने आ रहा है। इससे पहले, 1992 और 1997 में भी इसे लेकर चिंता जताई गई थी। हमने इसे लेकर वैश्विक समुदाय के सामने कुछ कमिटमेंट किए हैं। जिसमें कार्बन उत्सर्जन को 33 से 35 फीसद करने का लक्ष्य भी था। इस लक्ष्य को अब हमने पूरा कर लिया है। अब हम उत्सर्जन कम करेंगे और ग्लोबल वार्मिंग को कम करने की दिशा में भी उचित कदम उठाएंगे।”