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मणिपुर में बढ़ा इंटरनेट बैन, इन नौ सीमावर्ती क्षेत्रों में 15 दिनों के लिए सेवा ठप

हाल की हिंसक घटनाओं से उत्पन्न कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर सरकार ने नौ जिलों के सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 15 दिन के लिए बढ़ा दिया।

Feb 03, 2024 / 07:48 am

Paritosh Shahi

3 मई 2023 को मणिपुर में शुरू हुई हिंसा की आग अभी भी पूरी तरह शांत नहीं हुई है। कानून व्यवस्था को बनाये रखना सरकार के लिए चुनौती है। मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में हाल की हिंसक घटनाओं से उत्पन्न कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने शुक्रवार को नौ जिलों के सीमावर्ती इलाकों में दो किमी के दायरे में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 15 दिन के लिए बढ़ा दिया। मुख्य सचिव विनीत जोशी द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, नौ जिले, जिनमें घाटी और पहाड़ी दोनों क्षेत्र शामिल हैं, चंदेल, काकचिंग, चुराचांदपुर, बिष्णुपुर, कांगपोकपी, इंफाल पश्चिम, थौबल, तेंगनौपाल और इंफाल पूर्व हैं।

 

आदेश में क्या कहा गया

मुख्य सचिव विनीत जोशी द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, “राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति और पिछले एक पखवाड़े में इंटरनेट निलंबन के सामान्य संचालन के साथ इसके संभावित सह-संबंध की समीक्षा करने के बाद, नौ जिलों की अंतर-जिला सीमाओं पर मोबाइल टावरों के संचालन के निलंबन को जारी रखने का निर्णय लिया है।”

हाल की हिंसक घटनाओं में, दंगा प्रभावित राज्य के विभिन्न हिस्सों में संदिग्ध सशस्त्र उग्रवादियों के हमलों में मणिपुर पुलिस के दो कमांडो, कई ग्रामीण स्वयंसेवक और ग्रामीण मारे गए, जबकि बीएसएफ के एक जवान सहित कई अन्य घायल हो गए।

लगभग आठ महीने के बाद, मणिपुर सरकार ने पिछले साल 3 दिसंबर को राज्य के बड़े हिस्से से मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध हटा दिया था। हालांकि, नौ जिलों के सीमावर्ती इलाकों में प्रतिबंध जारी रहा। गैर-आदिवासी मैतेई और आदिवासी कुकी-ज़ो समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद पिछले साल 3 मई को मणिपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पहली बार प्रतिबंध लगाया गया था। तब से हर पांच दिन बाद प्रतिबंध बढ़ाया जाता रहा है।

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