यह सर्वेक्षण पूरे देश में
विभिन्न आयु समूहों, वर्गाें, महानगरों, टियर-2 और टियर-3 शहरों में किया गया है। सर्वे में 54 फीसदी लोगों ने सेना को सबसे भरोसेमंद माना है। उल्लेखनीय है कि पिछले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा के शासन पर विरोधी दल संस्थाओं को कमजोर करने के आरोप लगाते रहे हैं लेकिन ताजा सर्वे में एक संस्था के रूप में प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता 49 फीसदी स्कोर के साथ सेना के बाद दूसरे नंबर है।नेताओं से ज्यादा पुलिस पर भरोसा
सर्वे में दिलचस्प आंकड़ा यह भी निकल कर आया कि आम जनता में पुलिस पर राजनेताओं और राजनीतिक दलों से ज्यादा भरोसा है। पुलिस पर लोगों का 35 फीसदी भरोसा है जबकि राजनेता व राजनीतिक दलों में महज 30-31 फीसदी। सर्वे के बारे में इप्सोस इंडिया के पारिजात चक्रवर्ती ने कहा कि सेना, पीएम, आरबीआइ, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग संस्थाएं ईमानदारी, मूल्यों और विश्वसनीयता के उच्चतम स्तर को बनाए रखते हैं। राजनीतिक दल और राजनेता जवाबदेह होने और लोगों की सेवा करने के बावजूद संदेह की दृष्टि से देखे जाते हैं।भरोसे का स्तर
संस्थान — स्कोरसेना– 54%
प्रधानमंत्री– 49%
रिजर्व बैंक (आरबीआइ) – 48%
सुप्रीम कोर्ट–45%
सीबीआइ- 43%
चुनाव आयोग – 41%
संसद — 37%
मीडिया-36%
पुलिस -35%
एनजीओ-धर्मार्थ संस्थाएं- 34%
सामुदायिक नेता- 34%
धार्मिक नेता- 33%
राजनेता-31%
राजनीतिक दल – 30%