रेंगते हुए ट्रेन के नीचे पहुंचा लोको पायलट जिस जगह पर लीकेज हो रहा था, वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं था, इसलिए लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने जान जोखिम में डालकर लीकेज ठीक करने का फैसला किया। एक पटरी पर रेंगते हुए ट्रेन के नीचे से, जबकि दूसरा पुल पर लटककर उस वाल्व तक पहुंचा और वाल्व को ठीक कर लिया। अब इसकी चर्चा आसपास के इलाके में हो रही है।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल वहां कई लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। अब यह वीडियो वायरल हो रहा है।रेलवे भी इन दोनों लोको पायलटों के काम की तारीफ कर रहा है। समस्तीपुर रेल मंडल ने उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें 10 हजार रुपये का सामूहिक पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है। डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने दोनों कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि रेल के प्रति उनके साहसिक कार्य को देखते हुए 10 हजार रुपये पुरस्कार के साथ प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।