रूस-यूक्रेन संघर्ष में चार भारतीयों की मौत
भारत ने कहा कि रूसी सेना में काम करने वाले भारतीय नागरिकों का मुद्दा अत्यधिक चिंता का विषय है। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने इस पर मॉस्को से कार्रवाई की मांग की है। बीते हफ्ता विदेश मंत्रालय ने बताया था कि रूस-यूक्रेन संघर्ष में रूसी सेना में कार्यरत दो और भारतीय नागरिकों की मौत हो गई थी। इस प्रकार से अब तक रूसी सेना में कार्यरत चार भारतीय अपनी जान गंवा चुके है। दो भारतीयों की मौत के बाद भारत ने रूसी सेना से भारतीय नागरिकों की भर्ती नहीं करने का आग्रह किया था। मंत्रालय ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और संबंधित पक्षों से संपर्क किया है।
रूसी सेना में 200 भारतीय नागरिकों की भर्ती
एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक 200 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में सुरक्षा सहायक के तौर पर भर्ती किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत ने रूसी सेना द्वारा भर्ती किए गए भारतीयों की जल्द रिहाई मांग की है। इसके अलावा उनकी स्वदेश वापसी के लिए मामला उठाया है। जायसवाल ने कहा कि भर्ती पर सत्यापित रोक लगाने की भी मांग की है। किसी विदेशी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती के कानूनी और नैतिक सवाल उठते हैं। भारतीय कानून के तहत, किसी भी विदेशी सेना में सेवा करना बिना अनुमति के गैरकानूनी है।