मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला इलाके में काली नदी पर भारतीय मजदूर तटबंध का निर्माण कर रहे थे। इसी निर्माण को लेकर ये विवाद बताया जा रहा है। इस निर्माण का नेपाली नागरिक विरोध कर रहे हैं। रविवार शाम जब भारतीय मजदूर तटबंध निर्माण के काम में जुटे थे, तभी नेपाल की ओर से पथराव की घटना हुई। जिसमें कई मजदूर चोटिल हो गए।
घटना की पुष्टि करते हुए धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शशानी ने कहा कि हमने नेपाल प्रशासन को बता दिया था कि आपको पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ सख़्त कदम उठाना पड़ेगा। दिवेश शशानी ने भारत-नेपाल सीमा पर हुए पथराव के बाद गुस्साएं लोगों को समझाते हुए नजर आए। जिसके बाद दोनों देशों को जोड़ने वाला पुल खोल दिया गया है।
इस घटना पर अभी तक नेपाल की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इधर धारचूला व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष भूपेंद्र थापा ने कहा कि हम लोगों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया है। नेपाल की तरफ से हमारे स्थानीय लोगों को जिस तरह बेरहमी से पीटा गया है, उसका हमने विरोध किया है। प्रशासन ने 3 दिन का समय मांगा है, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से पुल बंद किया जाएगा।